मुचलका पाबंदी से कुचली जाएगी गुंडागर्दी
पंचायत चुनाव को लेकर गांवों की पगडंडी पर सियासी तापमान बढ़ने लगा है। इससे गांवों का माहौल राजनीतिक हो गया है। ऐसे में रंजिशन विवाद और चुनावी विवाद का भी जन्म होता है जिसे दबाने के लिए प्रशासन ने भी व्यापक स्तर पर कार्रवाई शुरू की है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पंचायत चुनाव को लेकर गांवों की पगडंडी पर सियासी तापमान बढ़ने लगा है। इससे गांवों का माहौल राजनीतिक हो गया है। ऐसे में रंजिशन विवाद और चुनावी विवाद का भी जन्म होता है, जिसे दबाने के लिए प्रशासन ने भी व्यापक स्तर पर कार्रवाई शुरू की है। गांवों में पनपने वाली गुंडागर्दी को मुचलका कानून से कुचला जा रहा है। इसके लिए पूर्व के चुनाव रिकार्ड और वर्तमान की परिस्थिति का आंकलन कर शरारती तत्वों पर कानून का शिकंजा कसा गया है। शस्त्रधारकों की भी कुंडली खंगालकर उन्हें कानून का खौफ दिखाया गया है। हालांकि थाना क्षेत्रों में शस्त्र जमा कराने वालों की संख्या शून्य है। एक भी शस्त्रधारक ने हथियार जमा कराने को थाने का रुख नहीं किया है। पुलिस लगा रही गुंडा एक्ट, प्रशासन पाबंदी
तहसील क्षेत्र में करीब 84 ग्राम पंचायत हैं, जिनमें प्रधान के साथ क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत सदस्यों का भी चुनाव होना है। इसके चलते बड़े पैमाने पर उम्मीदवार ताल ठोकने के लिए मैदान में आएंगे। संवेदनशील गांवों में चुनावी माहौल के बीच विवाद भी खूब होते हैं। इसमें खून-खराबा होने के साथ स्थिति अधिक बिगड़ती है। एसडीएम इंद्राकांत द्विवेदी व सीओ आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस शरारती तत्वों को चिह्नित कर उन्हें गुंडाएक्ट के साथ जिला बदर करने में लगी है। वहीं प्रशासनिक स्तर से उन्हें मुचलकों में पाबंद किया जा रहा है ताकि वह उत्पात मचाने से दूरी बनाए रखें। निरस्तीकरण पर उठा एतराज
पुलिस अपने स्तर से अतिसंवेदनशील श्रेणी के लोगों का शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने की कोशिश में लगी है। इसको लेकर कुछ शस्त्रधारकों ने एतराज भी उठाया है। इसको लेकर उनके मामले विचाराधीन रखे गए हैं। पंचायत चुनाव को प्रशासन गांव-गांव जाकर बैठक कर रहा है। इसमें लोगों को कानून का पाठ पढ़ाया जा रहा है। थाना मुचलका पाबंद जिला बदर गुंडाएक्ट
खतौली 164 03 50
मंसूरपुर 152 13 28
रतनपुरी 102 07 14