हाईवे जाम, शहर में खुला रहा बाजार
कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद का शहरी क्षेत्र में आंशिक असर रहा। दुकानें सुबह से ही खुल रहीं लेकिन ग्राहकों की संख्या कम रहीं। वहीं हाईवे पर भाकियू और रालोद कार्यकर्ताओं ने जाम लगाया। वाहनों को घंटों तक रोके रखा। इससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद का शहरी क्षेत्र में आंशिक असर रहा। दुकानें सुबह से ही खुल रहीं, लेकिन ग्राहकों की संख्या कम रहीं। वहीं हाईवे पर भाकियू और रालोद कार्यकर्ताओं ने जाम लगाया। वाहनों को घंटों तक रोके रखा। इससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जिले में भाकियू और रालोद कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। भारत बंद का गांव-कस्बों के मुकाबले शहरी क्षेत्र में असर कम रहा। सुबह से ही बाजार खुला और शाम तक खुला रहा। शिव चौक, महावीर चौक, प्रकाश चौक, टाउनहाल, झांसी रानी चौक, घासमंडी, सर्राफा बाजार, नई मंडी बाजार, गांधी कालोनी बाजार, अग्रवाल मार्केट, एसडी मार्केट खुले रहे। गांवों से शहर में लोगों की आवाजाही प्रभावित होने से दुकानों पर आए दिन की भांति भीड़ दिखाई नहीं दी। गांव से बेहद जरूरी कार्य के लिए ही ग्रामीण शहर में आए। भारत बंद का असर सरकारी कार्यालयों पर भी पड़ा है। कर्मचारियों की संख्या अन्य दिनों से कम रही। इसकी मुख्य वजह यह रही कि गांवों-देहात से कर्मचारी कार्यालय में नहीं पहुंचे।
इससे इतर हाईवे पर जाम रहा। रामपुर तिराहा पर सुबह 10 बजे के बाद भाकियू कार्यकर्ताओं ने रोड जाम कर दी। ट्रैक्टर-ट्राली आड़े-तिरछी खड़ी कर हाईवे को बंद कर दिया। इससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। बड़ी संख्या में वाहन गांवों के रास्ते से होकर गंतव्य की ओर रवाना हुए। गांवों से शहर आने वाले मार्गो पर आवाजाही भी प्रभावित हुई है।