साइबर अपराधियों को आइना दिखा रहा हेल्प सेंटर

साइबर अपराध पीड़ितों के लिए हेल्प सेंटर वरदान बन गया है। मात्र दस दिन में ही साइबर हेल्प सेंटर टीम ने आधा दर्जन से ज्यादा पीड़ितों के रुपये वापस कराकर साइबर अपराधियों को आइना दिखाया है। मात्र एक फोन काल करते ही जहां पीड़ितों की एफआइआर दर्ज हो रही है वहीं पीड़ितों को चंद घंटे में ही उनके रुपये वापस मिल रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:09 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:09 PM (IST)
साइबर अपराधियों को आइना दिखा रहा हेल्प सेंटर
साइबर अपराधियों को आइना दिखा रहा हेल्प सेंटर

जेएनएन, मुजफ्फरनगर, संदीप चौधरी। साइबर अपराध पीड़ितों के लिए हेल्प सेंटर वरदान बन गया है। मात्र दस दिन में ही साइबर हेल्प सेंटर टीम ने आधा दर्जन से ज्यादा पीड़ितों के रुपये वापस कराकर साइबर अपराधियों को आइना दिखाया है। मात्र एक फोन काल करते ही जहां पीड़ितों की एफआइआर दर्ज हो रही है वहीं पीड़ितों को चंद घंटे में ही उनके रुपये वापस मिल रहे हैं।

जिले में एक बड़ा तबका साइबर अपराधियों का शिकार हो रहा है। कहीं साइबर अपराधी बैंक अधिकारी बनकर खाताधारकों को चूना लगा रहे हैं तो कहीं सोशल साइट फेसबुक हैक कर खाते में रुपया ट्रांसफर करा रहे हैं। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो ठगी के बाद चुप बैठ जाते हैं, जो शिकायत करते हैं वह थाने और साइबर सेल के चक्कर काटते हुए थक जाते हैं, लेकिन इंसाफ नहीं मिलता। इस तरह की शिकायतें लगातार एसएसपी अभिषेक यादव को मिल रही थीं। इसके चलते एसएसपी ने पहल करते हुए अपने कार्यालय पर ही बीती दस जून को साइबर हेल्प सेंटर की स्थापना कराई है। साइबर हेल्प सेंटर ने मात्र एक सप्ताह में आधा दर्जन से ज्यादा पीड़ितों के रुपये वापस कराए हैं। एसएसपी अभिषेक यादव की निगरानी में टीम काम कर रही है। काटने पड़ते थे साइबर सेल और थानों के चक्कर

पूर्व में साइबर ठगी का शिकार थाने में शिकायत करता था। इसके बाद शिकायती-पत्र साइबर सेल को भेज दिया जाता था। इसके चलते पीड़ित साइबर सेल और थानों के चक्कर काटता रहता था। कई बार अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ही पीड़ितों को उनके रुपये वापस मिलते थे। बस एक फोन पर होती है कार्रवाई

सिगल विडो सिस्टम पर आधारित साइबर हेल्प सेंटर में 24 घंटे तकनीकी एक्सपर्ट पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। पीड़ित के फोन करते ही साइबर टीम कार्रवाई शुरू कर देती है। इसके अलावा हेल्प सेंटर में ही पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज की जाती है। पीड़ित को एफआइआर की प्रति भी दी जाती है। इनके रुपये हो चुके हैं वापस

जिस दिन साइबर हेल्प सेंटर की शुरुआत हुई थी उसी दिन टीम ने ठगी के शिकार गांधीनगर निवासी हरेंद्र के 26 हजार रुपये उसके खाते में वापस कराए थे। इसके अलावा पटेलनगर निवासी संजय गोयल के 20 हजार, नौना निवासी पिकू के 70 हजार और बुढ़ाना निवासी बसंत के 11 हजार रुपये, रसूलपुर मीरापुर निवासी सतपाल के 47 हजार रुपये, यूसुफपुर निवासी निर्मित कुमार के 18 हजार रुपये टीम उनके खाते में वापस करा चुकी है। इन्होंने कहा..

पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए साइबर हेल्प सेंटर की स्थापना कराई गई है। हेल्प सेंटर का अच्छा रेस्पांस मिल रहा है। मात्र दस दिनों में आधा दर्जन से ज्यादा पीड़ितों के रुपये उनके खातों में वापस कराए गए हैं।

- अभिषेक यादव, एसएसपी

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