नए पेराई सत्र की तैयारी पर भारी पड़ रही बारिश

गन्ना विभाग नए पेराई सत्र के शुभारंभ की तैयारी में लगा था। 25 से 30 अक्टूबर तक सभी शुगर मिलों का पेराई सत्र शुरू होना था। कई मिलों के बायलर पूजन भी हो गए थे। किसानों को प्री-कैलेंडर भी उपलब्ध करा दिए गए। उधर अचानक दो दिन हुई मूसलधार बारिश ने चीनी मिलों व गन्ना विभाग की तैयारी पर पानी फेर दिया। भारी बारिश से गन्ना खेतों में पानी भर गया। गन्ने में अभी रिकवरी भी कम आ रही थी। बारिश से और रिकवरी कम होगी जिससे मिलों के देरी से चलने के आसार हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:27 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:27 PM (IST)
नए पेराई सत्र की तैयारी पर भारी पड़ रही बारिश
नए पेराई सत्र की तैयारी पर भारी पड़ रही बारिश

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। गन्ना विभाग नए पेराई सत्र के शुभारंभ की तैयारी में लगा था। 25 से 30 अक्टूबर तक सभी शुगर मिलों का पेराई सत्र शुरू होना था। कई मिलों के बायलर पूजन भी हो गए थे। किसानों को प्री-कैलेंडर भी उपलब्ध करा दिए गए। उधर, अचानक दो दिन हुई मूसलधार बारिश ने चीनी मिलों व गन्ना विभाग की तैयारी पर पानी फेर दिया। भारी बारिश से गन्ना खेतों में पानी भर गया। गन्ने में अभी रिकवरी भी कम आ रही थी। बारिश से और रिकवरी कम होगी, जिससे मिलों के देरी से चलने के आसार हो गए।

गन्ना विभाग का प्रयास था कि सभी मिलें 31 अक्टूबर तक चल जाएं। इसके लिए किसानों को गन्ना सट्टा के लिए प्री-कैलेंडर भी जारी कर दिए थे। प्री-कैलेंडर में त्रुटि के लिए समिति स्तर पर सट्टा मेला प्रदर्शन के आयोजन हुए और किसानों की समस्याओं का निराकरण किया गया। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में बारिश के बाद मानसून भी विदा हो गया था। चीनी मिल अपने-अपने क्षेत्र में अपने स्तर से चीनी रिकवरी टेस्ट करा रही हैं। चीनी रिकवरी अभी सात-आठ के आसपास आ रही है। इतनी कम रिकवरी पर मिल प्रबंध तंत्र शुगर मिलों को चलाने के लिए तैयार नहीं है। कई चीनी मिलों के प्रबंधकों से बात की गई तो नाम न छापने की शर्त पर उनका कहना है कि उन्होंने मिल संचालन की प्रस्तावित तिथियां भी जारी कर दी थीं। दो मिलों को छोड़कर छह मिलें 25 से 31 अक्टूबर के बीच चलनी थीं, लेकिन अचानक हुई मूसलधार बारिश ने सारी तैयारी पर पानी फेर दिया। अब मौसम का मिजाज देखकर ही पुन: मिल संचालन की तिथि जारी की जाएगी। मिल प्रबंधकों का कहना है कि बारिश से चीनी रिकवरी और गिरेगी। इसलिए मिलें अब दीपावली के बाद ही चल सकेंगी। सात-आठ प्रतिशत चीनी रिकवरी पर मिलों को नहीं चलाया जा सकता। जिला गन्ना अधिकारी डा. आरडी द्विवेदी का कहना है कि भारी बारिश से मिल संचालन प्रभावित हुआ है। मौसम पर मिल प्रबंधकों की भी नजर है। फिर भी कुछ चीनी मिलों को 31 अक्टूबर से पहले चलाने का प्रयास किया जाएगा।

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