सिलेंडर फैक्ट्री में आग से नौ झुलसे
एलपीजी सिलेंडर की वाल्व बदलते समय निकली गैस के आग पकड़ने से फैक्ट्री में बड़ा हादसा हो गया। इस दौरान आग में नौ फैक्ट्री कर्मी बुरी तरह झुलस गए जिन्हें जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रैफर कर दिया गया। आग के चलते फैक्ट्री में लाखों का नुकसान हुआ। फैक्ट्री कर्मियों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। एसएसपी सहित आला पुलिस अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया।
मुजफ्फरनगर: फैक्ट्री में एलपीजी सिलेंडर का वाल्व बदलने के दौरान निकली गैस ने आग पकड़ ली। नौ कर्मचारी बुरी तरह झुलस गए, जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। फैक्ट्री में लाखों रुपये का नुकसान हुआ। फैक्ट्री कर्मियों ने बामशक्कत आग पर काबू पाया।
नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव मखियाली के समीप स्थित मित्तल वेसल्स फैक्ट्री में सार्वजनिक क्षेत्र की आयल एवं गैस कंपनियों के सिलेंडरो का निर्माण और मरम्मत होती है। बुधवार सुबह करीब 6.40 बजे फैक्ट्री में पुराने एलपीजी सिलेंडर की मरम्मत के दौरान वाल्व बदलते समय रिसाव हो गया। चारों तरफ फैली गैस ने आग पकड़ ली, जिसके बाद फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई।
आग में नौ कर्मचारी बुरी तरह झुलस गए। उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया और प्राथमिक उपचार देकर मेरठ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह, एसपी सिटी सतपाल अंतिल, प्रभारी निरीक्षक नई मंडी कोतवाली एसके सिंह ने मौका मुआयना किया। ये कर्मचारी गंभीर रूप से झुलसे
जिला अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डॉ. नवनीत बंसल ने बताया कि गंभीर रूप से झुलसे नौ लोगों को बुधवार सुबह 7.30 बजे मेरठ रेफर कर दिया। रेफर होने वालों में रामकुमार पुत्र जयानंद, भंवर सिंह पुत्र किरन सिंह, जगत सिंह पुत्र अमरपाल व बबलू पुत्र जसमेर निवासीगण सिकंदरपुर थाना भोपा तथा पप्पू पुत्र मामचंद व नीलू पुत्र सुरेन्द्र व अनिल निवासीगण गांव पचेंडा तथा सोनू निवासी गांव राधना शामिल हैं। इनके अलावा एक और अज्ञात व्यक्ति झुलस गया। उसे मेरठ के लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती कराया है। लापरवाही के चलते हुआ हादसा
इस हादसे को प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा माना जा रहा है। कहीं न कहीं सुरक्षा मानकों की अनदेखी इसकी वजह रही। मरम्मत के समय सिलेंडर का वाल्व बदलने से पूर्व किसी ने यह चेक करने की जेहमत नहीं उठाई कि उसमें गैस है या नहीं। यदि सिलेंडर की गैस दूसरे सिलेंडर में रीफिल करने के बाद मरम्मत की जाती तो हादसा टल सकता था।
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फैक्ट्री में आग के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-सुधीर कुमार सिंह, एसएसपी
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