आठ बीघा सरसों की पकी फसल पर किसान ने चलाया ट्रैक्टर

छपार में कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अंबावता के पदाधिकारी ने अपनी सरसों की पकी फसल पर ट्रेक्टर-हैरो चलाकर नष्ट कर दिया। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। किसान ने बताया कि लागत के हिसाब से फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। सरकार जबरन किसानों पर कृषि कानून थोप रही है। कहा कि कृषि कानूनों की वापसी तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 11:49 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 11:49 PM (IST)
आठ बीघा सरसों की पकी फसल पर किसान ने चलाया ट्रैक्टर
आठ बीघा सरसों की पकी फसल पर किसान ने चलाया ट्रैक्टर

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। छपार में कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अंबावता के पदाधिकारी ने अपनी सरसों की पकी फसल पर ट्रेक्टर-हैरो चलाकर नष्ट कर दिया। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। किसान ने बताया कि लागत के हिसाब से फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है। सरकार जबरन किसानों पर कृषि कानून थोप रही है। कहा कि कृषि कानूनों की वापसी तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।

छपार क्षेत्र के कासमपुर गांव निवासी किसान उबैद चौधरी पुत्र मोहम्मद सलीम भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अंबावता का जिला सचिव है, जिसकी गांव में ही लगभग 65 बीघा खेती की भूमि है। कृषि कानूनों के विरोध वह मंगलवार को खेत में ट्रेक्टर-हैरो लेकर पहुंचा और लगभग आठ बीघा सरसों की पक्की फसल की जुताई कर दी। पड़ोसी किसान मालिक ने भी अपनी गेहूं की फसल को नष्ट करने का प्रयास किया। परंतु भाकियू अंबावता के पदाधिकारियों ने उसे समझाकर शांत किया। अन्य किसानों ने भी इसका वीडियो बनाया। उबैद ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध व न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर देशभर का किसान तीन माह से अधिक समय से आंदोलन कर रहा है। परंतु सरकार कोई सुध नही ले रही है। सरकार किसान विरोधी है। इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष सालिम त्यागी, अमित कुमार, फरीद आलम, सुलेमान, खालिक, डा. इंतजार, शाहनजर, आस मोहम्मद, फरमान, जुल्फखार, सगीर, इमरत व आबिद आदि मौजूद रहे।

खाते में नहीं पहुंची किसान सम्मान निधि, समाधान कराया

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। केंद्र सरकार की किसानों को राहत देने की योजना कागजी सत्यापन न होने से अटक गई। बैंक खाते के साथ पंजीकृत किसान का आधार कार्ड सत्यापित नहीं होने के कारण निधि का लाभ नहीं मिल सका। इससे परेशान किसानों ने अधिकारियों के समक्ष शिकायत रखी। मंगलवार को खतौली तहसील में काउंटर लगाकर किसानों की समस्या का निदान किया गया।

केंद्र सरकार ने छोटी जोत के किसानों के लिए किसान सम्मान निधि योजना लागू की है, जिसमें उन्हें वार्षिक छह हजार रुपये का लाभ मिलता है। योजना का पैसा किसानों को किस्तों के माध्यम से दिया जा रहा है। ब्लाक क्षेत्र के सैकड़ों किसानों का योजना में पंजीकरण किया गया। शुरुआती दौर में किसानों के खाते में किस्त पहुंच गई। उसके बाद निधि का पैसा नहीं मिल सका। किसान लगातार बैंक और अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे। शिकायत बढ़ने के बाद मंगलवार को संपूर्ण समाधान दिवस में किसान सम्मान निधि की समस्या का निदान करने के लिए कृष विभाग ने काउंटर लगाया। यहां लगभग 20 से अधिक किसानों के आधार कार्ड सत्यापित किए गए। जिनके खातों से आधार संबद्ध नहीं था, उन्हें तत्काल कराया गया। एसडीएम इंद्राकांत द्विवेदी ने बताया कि किसानों के आवेदन फार्म, बैंक खातों के साथ पंजीकरण का सत्यापन कराया गया है। पात्र किसानों को योजना का लाभ दिया जाएगा।

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