टीकाकरण को युवाओं में उत्साह बरकरार..उम्रदराज कर रहे परहेज
युवाओं में उत्साह बरकरार..उम्रदराज कर रहे परहेज
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीन लगवाने में युवाओं का जोश और उत्साह बरकरार है, लेकिन उम्रदराज लोग बूथ पर कम पहुंच रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ गई है। तीसरी लहर के प्रकोप से निपटने के लिए टीकाकरण अहम भूमिका निभाएगा। अब ई-रिक्शा मोबाइल स्वास्थ्य टीम ने वार्डो, गांवों में सर्वेक्षण के साथ दिव्यांग, उम्रदराज लोगों को बूथ तक लाने की जिम्मेदारी निर्वहन करेगी।
खतौली में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिला विशेष बूथ और सामान्य बूथ बनाकर 18 वर्ष से अधिक युवक-युवतियों का टीकाकरण किया जा रहा है। बुधवार को सीएचसी पर महिला विशेष बूथ पर 77 और सामान्य पर 92 लोगों ने वैक्सीन लगवाई है। जिन लोगों को महिला वर्ग में स्लाट बुक था, उन्हें भी वैक्सीन दी गई है। नगरीय पीएचसी पर 45 वर्ष से अधिक के लोगों का टीकाकरण चल रहा है, लेकिन यहां लोग कम पहुंच रहे हैं। देहात के बूथों पर स्थिति ऐसी बनी है। स्वास्थ्य विभाग की मंशा है कि अधिकांश लोगों का टीकाकरण पूर्ण किया जा सके। इसको लेकर अब नई पहल प्रारंभ की गई है। शहर में 10 और देहात में 27 ई-रिक्शा मोबाइल स्वास्थ्य टीम अब उम्रदराज और दिव्यांग लोगों को अपनी निगरानी में बूथ तक लाएंगे और वैक्सीन लगने के बाद छोड़कर आएंगे। चिकित्सा प्रभारी डा. पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि विभाग ने पहल शुरू की है। ई-रिक्शा स्वास्थ्य मोबाइल टीम जिस क्षेत्र में जाएगी। वहां दिव्यांग और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को अपने साथ बूथ तक लाएगी। इससे लोगों में टीकाकरण के लिए जागरूकता आएगी और कोरोना से बचाव हो सकेगा।