तालाबों से शीघ्र हटाया जाएगा अतिक्रमण : एसडीएम
मोरना के भोकरहेड़ी कस्बे में बारिश के चलते एसडीएम जानसठ जयेंद्र कुमार ने नगर पंचायत की टीम के साथ तालाबों को निरीक्षण किया। नगरवासियों ने तालाबों पर अवैध अतिक्रमण से कस्बे में कई जगह जलभराव की समस्या दिखाई।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। मोरना के भोकरहेड़ी कस्बे में बारिश के चलते एसडीएम जानसठ जयेंद्र कुमार ने नगर पंचायत की टीम के साथ तालाबों को निरीक्षण किया। नगरवासियों ने तालाबों पर अवैध अतिक्रमण से कस्बे में कई जगह जलभराव की समस्या दिखाई। एसडीएम ने अधिशासी अधिकारी सुरजीत कुमार को तालाब से अतिक्रमण तुरंत हटवाने, नाला निर्माण व सफाई के आदेश दिए। एसडीएम ने अस्थाई बंधों से रोके गए पानी को भी खेतों में खोलवा दिया। कस्बे में अवैध सबमर्सिबल पंप की जांच के निर्देश दिए। अधिशासी अधिकारी सुरजीत कुमार ने बताया कि 48 लोगों तालाब से अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया गया है। सभी तालाबों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्द शुरू की जाएगी। अवैध सबमर्सिबल पंप की जांच की जाएगी। सभासद दीपक कुमार,सुभाष, अभिषेक व उदयवीर आदि मौजूद रहे।
बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी में मंगलवार आधी रात से पानी बरसना शुरू हुआ। बुधवार सुबह करीब घंटा भर बंद रहने के बाद फिर से बारिश शुरू हो गई। पूरे दिन आसमान से पानी पड़ता रहा, जिसके चलते लोग घरों मे बंद रहे। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी कम रही। खेत, तालाब व सड़क किनारे की खाइयां पानी से भर गए। लिक रोड, गलियां व चकरोड पर पानी भरने से आवागमन प्रभावित रहा। मंगलवार रात से ही बिजली की आपूर्ति ठप है, जिस कारण फलौदा, खाईखेड़ी, लखनौती, हरेटी आदि दर्जनों गांवों की बत्ती गुल हो गई। लाइनमैन आपूर्ति बहाल करने में जुटे थे।
बाजार व सड़क पर भरा पानी
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। चरथावल में दो दिन से लगातार हो रही बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है। भारी बारिश के कारण सीएचसी सहित अनेक स्थानों पर पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मूसलधार बारिश से सड़कें जलमग्न हो गयी हैं। नगर के राजीव मार्केट सहित अनेक मोहल्ले तालाब में तब्दील होते देखे गये। बारिश का पानी दुकानों व मकानों में घुस गया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश के कहर से सड़कें जलमग्न हो गयीं। किसानों को चारा लाने में परेशानी का सामना करना पड़ा है। बारिश के कारण मुथरा में स्थित प्राथमिक विद्यालय की दीवार ढह गयी। वहीं सीएचसी में कमरों में पानी भर गया और पेड़ भी धराशायी हो गया। रोनीहरजीपुर, दूधली, न्यामू, दधेडू, लुहारी खुर्द आदि दर्जनों गांवों की सड़कें प्रधानों की उदासीनता के कारण जलमग्न हो गयीं, जिससे इन रास्तों से लोगों का गुजरना नामुमकिन हो गया है। लोगों ने जिलाधिकारी से तालाबों व नालों की सफाई के साथ साथ पानी की निकासी का प्रबंध कराने की मांग की है।