अतिक्रमण ने बिगाड़ी महावीर चौक और प्रकाश चौक की सुंदरता
जेएनएन मुजफ्फरनगर। शहर में अतिक्रमण की समस्या से आम से लेकर खास परेशान हैं। वैसे तो मुख्य मार्ग की चौड़ाई 30 से 80 फीट तक है लेकिन अतिक्रमण के चलते आधी भी नहीं दिखाई देती। मुख्य बाजार भी अतिक्रमण की भेंट चढ़े हुए हैं। वाहन के साथ तो दूर कई मरतबा पैदल निकलने में परेशानी होती है। अतिक्रमण से मुख्य मार्गो पर आए दिन जाम लगता है। शहर के सबसे अहम और आकर्षक मार्गो में से एक महावीर चौक से प्रकाश चौक तक अतिक्रमण किसी से नहीं छिपा है। करीब 250 मीटर लंबी और 80 फीट चौड़ी सड़क के बीच में डिवाइडर है। सड़क के दोनों छोर पर अतिक्रमण पसरा हुआ है। ठेले वाले समेत दुकानदारों ने बाहर तक अतिक्रमण कर रखा है। कचहरी में डीएम समेत अधिकारी इसी मार्ग से आते हैं। इसके बावजूद जाम के हालात बने रहते हैं।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। शहर में अतिक्रमण की समस्या से आम से लेकर खास परेशान हैं। वैसे तो मुख्य मार्ग की चौड़ाई 30 से 80 फीट तक है, लेकिन अतिक्रमण के चलते आधी भी नहीं दिखाई देती। मुख्य बाजार भी अतिक्रमण की भेंट चढ़े हुए हैं। वाहन के साथ तो दूर कई मरतबा पैदल निकलने में परेशानी होती है। अतिक्रमण से मुख्य मार्गो पर आए दिन जाम लगता है। शहर के सबसे अहम और आकर्षक मार्गो में से एक महावीर चौक से प्रकाश चौक तक अतिक्रमण किसी से नहीं छिपा है। करीब 250 मीटर लंबी और 80 फीट चौड़ी सड़क के बीच में डिवाइडर है। सड़क के दोनों छोर पर अतिक्रमण पसरा हुआ है। ठेले वाले समेत दुकानदारों ने बाहर तक अतिक्रमण कर रखा है। कचहरी में डीएम समेत अधिकारी इसी मार्ग से आते हैं। इसके बावजूद जाम के हालात बने रहते हैं।
प्रकाश चौक चौराहे से एक रास्ता कलक्ट्रेट में जाता है तो दूसरा रोडवेज बस स्टैंड की ओर जाता है। तीसरा कचहरी रोड होते हुए शिव चौक पर जाता है और चौथा महावीर चौक पर जाता है। इन सभी मार्गो पर दिन निकलते ही वाहनों का आवागमन शुरू होता है। डीएम और एसएसपी प्रकाश चौक से ही कलक्ट्रेट में पहुंचते हैं। प्रकाश चौक पर आए दिन जाम के हालात बनते हैं। दरअसल इस चौराहों से महावीर चौक तक पग-पग पर अतिक्रमण है। व्यापारियों के प्रतिष्ठानों की हदें मुख्य मार्ग को पार कर रही हैं। नालियों पर स्लैब डालकर अतिक्रमण कर रखा है। कई प्रतिष्ठानों के सामने नालियां दिखाई ही नहीं देती हैं। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठानों के सामने ठेले लगवा रखे हैं, जिनसे प्रतिदिन के हिसाब से वसूली करते हैं। यह रोड शहर की वीआइपी रोड होने के बावजूद अतिक्रमण और जाम की भेंट चढ़ी हुई है। जाम के हालात तब बनते हैं, जबकि सड़क के बीच में डिवाइडर हैं।
साउथ सिविल लाइन निवासी राहुल कुमार का कहना है कि कलक्ट्रेट जाने में भारी परेशानी होती है। दुकानदारों ने इस कदर अतिक्रमण कर रखा है कि सड़क पर ही बिक्री के सामान रखे हैं। अधिकारियों की आए दिन नजर पड़ती है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती।
आर्यपुरी निवासी कमलेश देवी का कहना है कि अब से 20 साल पहले महावीर चौक से प्रकाश चौक रोड अतिक्रमण से मुक्त थी। मार्ग बहुत चौड़ा दिखाई देता था, लेकिन अब संकरा हो गया है। जाम से आए दिन लोगों को जूझना पड़ता है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।