ड्रैनेज विभाग के अफसरों ने लिया बाढ़ का जायजा
उत्तराखंड से आए पानी ने खादर में बाढ़ का रूप धर लिया है। ग्रामीणों के अनुसार इस बार पानी की गति बहुत तेज है। मेरठ से आई ड्रैनेज विभाग की टीम ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन ने लोगों के इस्तेमाल को लगाई नाव के नाविक को लाइफ जैकेट उपलब्ध कराई है। रपटों पर आए पानी से लोगों को पार कराने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली की व्यवस्था कराई गई है। अफसरों की माने तो अगले दो तीन दिन हालात काफी विकट रहने वाले हैं।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड से आए पानी ने खादर में बाढ़ का रूप धर लिया है। ग्रामीणों के अनुसार इस बार पानी की गति बहुत तेज है। मेरठ से आई ड्रैनेज विभाग की टीम ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन ने लोगों के इस्तेमाल को लगाई नाव के नाविक को लाइफ जैकेट उपलब्ध कराई है। रपटों पर आए पानी से लोगों को पार कराने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली की व्यवस्था कराई गई है। अफसरों की माने तो अगले दो तीन दिन हालात काफी विकट रहने वाले हैं।
शिवालिक पहाड़ियों से बुधवार से सोलानी नदी में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नदी का जलस्तर बढ़ गया है। टीम के साथ पुरकाजी खादर का दौरा करने पहुंचे एसडीओ ड्रैनेज अशोक जैन ने बताया कि गुरुवार सुबह से ही रजकल्लापुर, भदौली, पांचली, फरकपुर, जिदावाला, अलमावाला, रामनगर, चानचक व शेरपुर आदि सहित करीब 25 गांवों मे बाढ़ की स्थिति बन गई है। बताया कि अगले दो दिन खादर क्षेत्र मे जलभराव की स्थिति रहेगी। बाढ़ आने से लोगों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ चौकी पर तैनात लेखपाल सोमनाथ ने बताया कि लोगों के आने जाने के लिए लगाई गई नाव के नाविक को लाइफ जैकेट व सुरक्षा ट्यूब उपलब्ध करा दी गई है। ताकि नाविक इमरजेंसी में दोनों का इस्तेमाल कर सके। लक्सर हाईवे के शेरपुर और भैसलीवाला रपटे पर लोगों को पानी से पार कराने के लिए ट्रैक्टर लगाए गए हैं। सभी गांवों को पानी आने की बात कहकर अलर्ट कर दिया गया है। बिजेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, जसविद्र सिंह, गुरुमेल बाजवा, राजू प्रजापति व मोनू कुमार आदि ने बताया कि पानी नदी से निकलकर खेतों में घुस गया है, जिससे फसलों में नुकसान का आशंका बन गई है। बताया कि पानी को लेकर लोग भयभीत है तथा एहतियात बरत रहे हैं।