सरकार की प्राथमिकता और किसान समस्या पर रहेगा फोकस

नवागत डीएम डॉ. अजय शंकर पांडेय ने लिया चार्ज। कहा, निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से कराएंगे लोस चुनाव।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 11:44 PM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 11:44 PM (IST)
सरकार की प्राथमिकता और किसान समस्या पर रहेगा फोकस
सरकार की प्राथमिकता और किसान समस्या पर रहेगा फोकस

मुजफ्फरनगर : नवागत डीएम डॉ. अजय शंकर पांडेय ने रविवार को कोषागार पहुंचकर कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता, कानून व्यवस्था और किसानों की समस्या पर फोकस रहेगा। जनपद में स्वच्छ, ईमानदार, विश्वसनीय, अनुशासित और जवाबदेह प्रशासन उपलब्ध कराया जाएगा।

मूल रूप से प्रयागराज के रहने वाले वर्ष 2005 बैच के आइएएस डा. अजय शंकर पांडेय इससे पूर्व राजस्थान सरकार में प्रतिनियुक्ति पर तैनात थे। रविवार को विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने पीडब्लूडी डाक बंगले और कलक्ट्रेट में उनका स्वागत किया। कोषागार में उन्हें गार्ड आफ ऑनर दिया गया। पूर्व डीएम राजीव शर्मा ने उन्हें चार्ज सौंपा। इसके बाद डीएम कार्यालय में पत्रकार वार्ता की। नवागत डीएम डा. पांडेय ने कहा कि जिले में संचालित योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्राथमिकता के आधार पर लागू कराएंगे। उन्होंने कहा कि जनपद में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने और भाईचारा कायम करने पर भी गंभीरता से काम करेंगे। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पंहुचवाने का कार्य कराएंगे। कार्यों में पारदर्शिता लाई जाएगी। किसानों की गन्ना समस्या का प्राथमिकता के आधार पर निदान कराया जाएगा। प्रयास किया जाएगा कि किसानों की समस्या का स्थाई समाधान हो। सु²ढ़ कानून व्यवस्था के आधार पर आगामी लोकसभा चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराया जाएगा। गांव, कस्बों और शहर के विकास को कार्ययोजना तैयारी की जाएगी। राजीव शर्मा को दी विदाई

मुजफ्फरनगर : अधिकारियों और कर्मचारियों ने जिला पंचायत सभागार में राजीव शर्मा को विदाई दी। साथ ही नए डीएम का स्वागत किया। सीडीओ अर्चना वर्मा, एडीएम ई अमित ¨सह, एडीएम एफ आलोक कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार आदि ने पूर्व डीएम राजीव शर्मा के कार्यक्रम की प्रशंसा की। अधिकारियों ने उन्हें स्मृति चिह्न व उपहार दिए। पूर्व डीएम राजीव शर्मा ने कहा कि यहां के नागरिक बड़े अच्छे हैं। विभागीय अधिकारियों और लोगों के प्रयास के जिले में नुमाइश और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम भव्य रूप से आयोजित किए गए। हालांकि विदाई समारोह में किसी भी दल के नेताओं के शामिल नहीं होने पर भी चर्चा होती रहीं।

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