पेंशनर्स की समस्याओं पर किया मंथन

खतौली में सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुई बैठक में समस्याओं पर चर्चा हुई। सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन और भविष्य निधि आदि परेशानियों की जानकारी ली। पेंशनर्स दो कर्मचारियों ने भविष्य निधि की राशि को लेकर समस्या रखी। पेंशनर्स से एकजुटता का आह्वान किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 12:05 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 12:05 AM (IST)
पेंशनर्स की समस्याओं पर किया मंथन
पेंशनर्स की समस्याओं पर किया मंथन

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुई बैठक में समस्याओं पर चर्चा हुई। सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन और भविष्य निधि आदि परेशानियों की जानकारी ली। पेंशनर्स दो कर्मचारियों ने भविष्य निधि की राशि को लेकर समस्या रखी। पेंशनर्स से एकजुटता का आह्वान किया गया।

सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन उप्र की बैठक में जिलाध्यक्ष एमएल अल्वी ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली। इस दौरान कृष्ण कांता ने 2017 से भविष्य निधि न बनने और कदम सिंह राणा ने भविष्य निधि (ईपीएस) कटौती की समय अवधि खत्म होने पर भी पूरी पेंशन न मिलने की समस्या रखी। संगठन के पदाधिकारियों ने उनकी समस्या का समाधान शीघ्र करवाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स संगठित होकर एक-दूसरे से परेशानी साझा करें। संगठन हर समय उनके साथ मजबूती से खड़ा है। किसी भी पेंशनर्स को परेशानी नहीं होनी दी जाएगी। उनकी समस्याओं का समाधन करवाने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में जिला महामंत्री डा. महकार सिंह, राजेंद्र शर्मा, सूरजमल, तहसील अध्यक्ष ओमपाल सिंह, महामंत्री सीपी सिंह, ओमवीर सिंह, चरण सिंह, ब्रजपाल, हरिमोहन भार्गव सहित स्वास्थ्य, कृषि व नलकूप विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी मौजूद रहे।

256 बेघरों को मिलेगा आशियाना

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना कस्बे के तहसील परिसर में मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ने शिविर का आयोजन किया, जिसमें बेघर लोगों को आवास दिलाने के उद्देश्य से आवेदन जमा कराए गए। शिविर में आए प्राधिकरण के कर्मचारी भुवाल सिंह ने बताया कि प्राधिकरण क्षेत्र में जिनके पास अपना आवास या जमीन नहीं है और वह मकान बनाने में असमर्थ हैं, ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत लाभ दिलाया जा रहा है। योजना के लाभार्थी की आय तीन लाख से कम की होनी चाहिए। इस योजना में पति व पत्नी को शामिल किया गया है। कस्बे के बड़कता मार्ग पर 224 आवास व चीनी मिल मार्ग पर 32 आवासों के लिए जमीन का चयन कर लिया गया है। भूमिहीन व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आवास में बेडरूम, बाथरूम, शौचालय आदि की व्यवस्था होगी। आवास के लिए एक लाख पचास हजार रुपये केंद्र सरकार व एक लाख राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाएगी। आवेदक को बाकी दो लाख की राशि किस्तों में जमा करनी होगी। शिविर के दौरान बाबू नवाब, हैदर, अंशुल, बृजेश, इशांत, रवि, रोकी व गगन आदि मौजूद रहे।

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