केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी को डीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कृषि कानूनों के विरोध तथा लखीमपुर खीरी नरसंहार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी व गिरफ्तारी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। किसानों की स्थानीय समस्याओं को लेकर व प्रधानमंत्री को संबोधित अलग-अलग दो ज्ञापन एडीएम प्रशासन सौंपे। स्थानीय समस्याओं से निस्तारण को किसान प्रतिनिधिमंडल व अधिकारियों की बैठक बुधवार को होगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 10:49 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 10:49 PM (IST)
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी को डीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी को डीएम कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कृषि कानूनों के विरोध तथा लखीमपुर खीरी नरसंहार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी व गिरफ्तारी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। किसानों की स्थानीय समस्याओं को लेकर व प्रधानमंत्री को संबोधित अलग-अलग दो ज्ञापन एडीएम प्रशासन सौंपे। स्थानीय समस्याओं से निस्तारण को किसान प्रतिनिधिमंडल व अधिकारियों की बैठक बुधवार को होगी।

लखीमपुर खीरी प्रकरण में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय टेनी की बर्खास्तगी व गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार को डीएम कार्यालय पर भाकियू ने धरना-प्रदर्शन किया। धरने में सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। भाकियू जिला अध्यक्ष नीरज पहलवान ने कहा कि जिले में किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। बिजली विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वसूली कर रहा है। मीटर की समय पर रीडिग नहीं ली जाती, एवरेज पर किसानों से अधिक बिल वसूला जाता है। जिले में भ्रष्टाचार चरम पर है किसानों का हिस्सा प्रमाण-पत्र आदि के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। थानों में कोई भी कार्य बिना पैसे के नहीं हो पा रहे हैं। प्रशासन भ्रष्टाचार पर लगाम लगाए, अन्यथा आंदोलन के लिए तैयार रहे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जो काम करेगा, वह आगे बढ़ेगा। भाकियू मंडल महासचिव धीरज लाटियान ने कहा कि भाजपा में आपसी खींचतान है। इससे देश को नुकसान हो रहा है। किसान पूरी हिम्मत दिखा रहे हैं। गाजीपुर बार्डर से ही किसानों की जान बचेगी। शाम चार बजे एडीएम प्रशासन अमित सिंह व सीओ सदर को ज्ञापन सौंपा। धर्मेद्र मलिक, चरण सिंह टिकैत, चांदवीर फौजी, नवीन राठी, कपिल सोम, विशाल बालियान, गुलशन, सतेंद्र पुंडीर, शमशाद फरीदी, शक्ति सिंह व पीयूष कुमार आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता सरदार बूटा सिंह ने की व संचालन सतेंद्र पुंडीर ने किया। ज्ञापन में ये हैं प्रमुख मांगें

प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय टेनी की बर्खास्त कर गिरफ्तारी करने, तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी को कानून का दर्जा देने, बेमौसम हुई बारिश, बाढ़ से फसलों के नुकसान का मुआवजा देने, किसानों को खाद उपलब्ध कराने शामिल हैं। डीएम को संबोधित स्थानीय ज्ञापन में धान खरीद को सुचारू कराने, बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने, चीनी मिलों को शीघ्र चालू कराने, मेरठ-करनाल मार्ग पर बिटावदा में पुल डिजाइन में बदलाव करने, राजनीतिक दबाव में हो रही कार्रवाई पर रोक लगाने, भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, बारिश व ओलावृष्टि से नुकसान की भरपाई कराने आदि मांगें शामिल हैं। बैठक आज

एडीएम अमित सिंह ने कहा कि बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में किसान समस्याओं पर डीएम, एसएसपी, बिजली अधिकारियों, डीसीओ व मिलों के महाप्रबंधकों के के साथ किसान प्रतिनिधिमंडल की बैठक होगी।

गाजीपुर बार्डर पर मनाएं दीपावली

कृषि कानून के विरोध में गाजीपुर बार्डर पर चल रहे धरने पर 30 अक्टूबर से हर ब्लाक से रोजाना 20-20 किसानों को पहुंचने तथा दीपावली बार्डर पर ही मनाने का आह्वान किया। चंदा एकत्र किया

धरने पर भाकियू पदाधिकारियों के निर्देश पर माइक टेंट आदि की व्यवस्था के लिए दो कार्यकर्ताओं ने धरनास्थल पर ही झोली फैलाकर चंदा एकत्र किया।

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