कोविड हास्पिटल में मरीज की मौत, हंगामा-फायरिग

शहर कोतवाली क्षेत्र के बालाजी चौक आर्यपुरी में बनाए गए कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इतना ही नहीं स्वजन ने फीस के दो लाख रुपये का हिसाब और उपचार के बारे में पूछताछ की तो हास्पिटल स्टाफ ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। आरोप है कि चिकित्सक के भाई ने दो राउंड हवाई फायरिग भी की। इससे अफरा-तफरी मच गई। सूचना पाकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। घंटों चले हंगामे के बाद स्वजन शव ले गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:27 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 11:27 PM (IST)
कोविड हास्पिटल में मरीज की मौत, हंगामा-फायरिग
कोविड हास्पिटल में मरीज की मौत, हंगामा-फायरिग

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। शहर कोतवाली क्षेत्र के बालाजी चौक आर्यपुरी में बनाए गए कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इतना ही नहीं स्वजन ने फीस के दो लाख रुपये का हिसाब और उपचार के बारे में पूछताछ की तो हास्पिटल स्टाफ ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। आरोप है कि चिकित्सक के भाई ने दो राउंड हवाई फायरिग भी की। इससे अफरा-तफरी मच गई। सूचना पाकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। घंटों चले हंगामे के बाद स्वजन शव ले गए।

आर्यपुरी मोड़, बालाजी चौक पर डा. देवेंद्र सैनी का हार्ट क्लीनिक एंड इमरजेंसी केयर सेंटर के नाम से हास्पिटल है। इस हास्पिटल को आइएमए अध्यक्ष डा. एमएल गर्ग की सरपरस्ती में कोविड अस्पताल बनाया गया है। बुधवार को प्रकाश चौक निवासी 85 वर्षीय नरेंद्र गुप्ता को कोरोना संक्रमण के चलते भर्ती कराया गया था। गुरुवार को दोपहर बाद उनकी मौत हो गई। स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। इतना ही नहीं स्वजन ने जमा कराए गए दो लाख रुपये का हिसाब मांगा तो स्टाफ ने उनके साथ हाथापाई कर दी। मृतक के स्वजन का आरोप है कि चिकित्सक डीके सैनी के भाई ने स्वजन पर फायरिग कर दी। गनीमत रही कि किसी को गोली नहीं लगी। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय, सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह, सीओ सिटी कुलदीप कुमार बड़ी संख्या में फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को बमुश्किल शांत किया। भर्ती कराते ही जमा करा लिए थे दो लाख रुपये

स्वजन ने बताया कि बुधवार को नरेंद्र गुप्ता को छाती रोग विशेषज्ञ डा. एएल गर्ग के सान्निध्य में डा. देवेंद्र सैनी के हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। भर्ती कराते समय ही चिकित्सक ने इलाज के नाम पर दो लाख रुपये जमा करा लिए थे। इसके बावजूद भी इलाज में लापरवाही बरती गई। इतना ही नहीं गुरुवार को भी नरेंद्र गुप्ता की हालत ठीक बताते हुए और रुपये जमा कराने के लिए कहा गया। स्वजन को ही ले गए थाने

पुलिस स्वजन को ही थाने ले गई। इसके चलते अन्य स्वजन ने हंगामा कर दिया। हालांकि पूरा मामला पता चलने पर मृतक के स्वजन को छोड़ दिया गया। इन्होंने कहा..

फायरिग की पुष्टि नहीं हुई। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाया है। तहरीर मिलने पर जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

- अर्पित विजयवर्गीय, एसपी सिटी।

सीसीटीवी फुटेज से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। आइएमए के अध्यक्ष और प्रशासन की ओर से नामित किए गए कोविड अस्पतालों के पैनल के अध्यक्ष डा. एमएल गर्ग ने बताया कि एनके गुप्ता को हार्ट की प्रॉब्लम भी थी। यह उनके परिजनों और रिश्तेदारों को बताया गया था कि उनकी हालत किसी भी समय सीरियस हो सकती है। फायरिग की जानकारी न होने की बात करते हुए डा. एमएल गर्ग ने सीसीटीवी फुटेज पुलिस-प्रशासन को मुहैया कराने की बात कही है। मरीज से दो लाख रुपये लेने पर उनका कहना है कि कोरोना काल में स्टाफ ज्यादा वेतन ले रहा है। इसलिए अस्पताल के खर्च में बढ़ोतरी की गई है। उधर, डा. देवेंद्र सैनी से उनका पक्ष जानने के लिए जागरण संवाददाता ने कई बार फोन मिलाया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

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