बेटा-बेटी एक समान, दोनों को बनाएं शिक्षावान
बरला गांव में हिदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक अमन कमेटी के द्वारा गरीबों को कम्बल वितरित किए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल जज बनी दीक्षा त्यागी व प्रभारी निरीक्षक पवन शर्मा
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बरला गांव में हिदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक अमन कमेटी के द्वारा गरीबों को कंबल वितरित किए गए। वहीं, लोगों से आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देने की अपील की गई। इस दौरान करीब 60 लोगों को कंबल वितरित किए गए।
छपार थाना क्षेत्र के बरला गांव में रविवार को मदीना कालोनी स्थित अरबिया मदरसे में अमन कमेटी के तत्वाधान में कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल जज बनी दीक्षा त्यागी व प्रभारी निरीक्षक पवन शर्मा ने किया। सिविल जज दीक्षा त्यागी ने कहा कि वह गांव को अपना परिवार मानती है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि बच्चों को शिक्षित करें। बेटा और बेटी में फर्क न समझें। दोनों को उच्च शिक्षावान बनाकर काबिल बनाएं। प्रभारी निरीक्षक पवन शर्मा ने कहा कि अमन कमेटी ने हिदू-मुस्लिम भाईचारे की नई मिशाल पेश की है। अयोध्या प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अमन कमेटी के सदस्यों ने गांव-गांव घूमकर लोगों से बनाने की अपील की। इस दौरान दीक्षा त्यागी को कमेटी ने शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। मुख्य रूप से ग्राम प्रधान पति अरविद त्यागी, मोहम्मद इस्लाम, सदर हाजी फैय्याज, पूर्व प्रधान प्रेमप्रकाश, ब्रजभूषण त्यागी, नीटू त्यागी, मास्टर मोहर्रम, जुबैर त्यागी एडवोकेट, डॉ. असजद, आजम प्रधान, महासचिव मोहम्मद उमर, मोहम्मद वली, ब्रजपाल त्यागी, सेवाराम शर्मा, अब्दुल सलाम, वसीम प्रधान, कय्यूम अंसारी, ओमपाल त्यागी, कपिलकांत, अनिल त्यागी, मोहम्मद एजाज, सुधीर त्यागी, सुशील त्यागी आदि मौजूद रहे।