महामारी में लाक हुए ग्राहक, डाउन हुआ व्यापार

खतौली में कोरोना काल लगातार दो वर्ष से त्योहारी सीजन निगल रहा है। ईद-उल-फितर पर कारोबार उठान पर होता है लेकिन लाकडाउन के चलते स्थिति बदल गई है। ग्राहक घरों में कैद है जबकि व्यापार बेपटरी हो गया है। महामारी के दौर में बाजारों की चाल थम सी गई है। हालांकि कुछ समय की राहत है लेकिन यह पीक सीजन के लिए पर्याप्त नहीं है। लोग सुरक्षा के चलते खरीदारी से दूरी भी बना रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 11:50 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 11:50 PM (IST)
महामारी में लाक हुए ग्राहक, डाउन हुआ व्यापार
महामारी में लाक हुए ग्राहक, डाउन हुआ व्यापार

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली में कोरोना काल लगातार दो वर्ष से त्योहारी सीजन निगल रहा है। ईद-उल-फितर पर कारोबार उठान पर होता है, लेकिन लाकडाउन के चलते स्थिति बदल गई है। ग्राहक घरों में कैद है, जबकि व्यापार बेपटरी हो गया है। महामारी के दौर में बाजारों की चाल थम सी गई है। हालांकि कुछ समय की राहत है, लेकिन यह पीक सीजन के लिए पर्याप्त नहीं है। लोग सुरक्षा के चलते खरीदारी से दूरी भी बना रहे हैं।

मुकद्दस माह-ए-रमजान के आखिरी दौर में लोगों का खरीदारी की तरफ रुझान बढ़ता है। कपड़ा, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, ड्राई फ्रूट्स के साथ अन्य वस्तुओं की जमकर खरीदारी होती है। यह बाजार के लिए पीक सीजन कहलाता है। इसमें प्रत्येक बाजार को बड़े पैमाने पर धनवर्षा के रूप में ईदी मिलती है। पिछले दो वर्ष से ईद का त्योहार लाकडाउन में मनाया जा रहा है। इससे खुशियां आधी होने के साथ बाजार पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। महामारी काल ने व्यापार भी औंधे मुंह डाल दिया है, जिससे व्यापारी वर्ग हलकान हो गया है। दो वर्ष से कारोबार 10 से 15 प्रतिशत पर सिमट रहा है। टेलर्स की डायरियां भी पड़ीं खाली

ईद पर कपड़े सिलाने की भी होड़ रहती है। ट्रेंड के मुताबिक कुर्ता पायजामा, पैंट-शर्ट के साथ सफारी सूट आदि खूब सिलवाए जाते हैं। टेलर्स सनव्वर बताते हैं कि पिछले वर्ष भी ईद पर 10 जोड़ी कपड़े भी नहीं सिले गए थे, इस बार भी यही हाल है। इक्का-दुक्का ग्राहक दुकान तक पहुंचा है। गांव-देहात से आने वाला ग्राहक इस बार दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है। इससे नुकसान हुआ है। बोले व्यापारी..

कारोबार पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। रोजाना सात से 11 बजे तक दुकान खुल रही है, लेकिन ग्राहक नहीं हैं। ईद के दौरान देहात का ग्राहक काफी आता है, जो इस बार नहीं हैं। कारोबार महज 10 फीसद रह गया है। महामारी में सुरक्षा के नियम अपनाकर दुकान खोली जा रही है।

-राजेश जैन, किराना व्यापारी।

लाकडाउन के कारण कपड़े का कारेाबार प्रभावित हो गया है। शहर-देहात का ग्राहक नहीं है। उनकी दुकानें पूर्ण रूप से बंद हैं। पिछले वर्ष भी मामूली कारोबार हो सका था, इस वर्ष भी त्योहारी सीजन पिट गया है।

-प्रदीप कुमार, कपड़ा व्यापारी।

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