शीतलहर के चलते ठंड का प्रकोप जारी

शीतलहर के चलते ठंड का प्रकोप जारी रहा। सोमवार को सर्द हवा के साथ ठिठुरन बनी रही। आसमान में स्माग छाया रहा। दोपहर एक बजे के बाद भगवान सूर्यदेव दिखाई दिए। हल्की धूप निकलने के बाद भी ठंड से कोई राहत नहीं मिल सकी। पूरे दिन लोग गर्म व ऊनी कपड़ों में लिपटकर घरों में दुबकने को मजबूर रहे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 11:49 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 11:49 PM (IST)
शीतलहर के चलते ठंड का प्रकोप जारी
शीतलहर के चलते ठंड का प्रकोप जारी

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। शीतलहर के चलते ठंड का प्रकोप जारी रहा। सोमवार को सर्द हवा के साथ ठिठुरन बनी रही। आसमान में स्माग छाया रहा। दोपहर एक बजे के बाद भगवान सूर्यदेव दिखाई दिए। हल्की धूप निकलने के बाद भी ठंड से कोई राहत नहीं मिल सकी। पूरे दिन लोग गर्म व ऊनी कपड़ों में लिपटकर घरों में दुबकने को मजबूर रहे।

दो दिन से फिर शीतलहर का प्रकोप जारी है। शीतलहर से लोगों की दिक्कतें बढ़ने लगी हैं। मौसमी बीमारियां जुकाम, नजला, खांसी, बुखार आदि घर करने लगी हैं। हृदय, शुगर, दमा के मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को सुबह स्माग छाया रहा। वातावरण में धुएं व धूल के कण कोहरे के रूप में छाए हुए थे। सर्द हवा लोगों को बाहर निकलने पर हलकान कर रही थी। शीतलहर के चलते ठिठुरन बनी हुई थी। गर्म व ऊनी कपड़ों में लिपटने के बाद भी लोग घरों में दुबकने को मजबूर रहे। घर, दुकान, दफ्तर, प्रतिष्ठान में अंगीठी, हीटर, गैस बर्नर, लकड़ी व कोयला आदि जलाकर ठंड से बचाव का प्रयास किया जा रहा था। इसके बावजूद ठंड पीछा नहीं छोड़ पा रही थी। दोपहर बाद हल्की धूप निकलने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिल सकी। अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। रविवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस था जो सोमवार को गिरकर 16.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा। गुड़ से बने व्यंजनो की रेसिपी बुक गुड़मय का विमोचन

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। मुख्य सचिव डा. अर्चना तिवारी ने 'मिशन शक्ति' अभियान के तहत गुड़ की रेसिपी बुक 'गुड़मय' का आनलाइन विमोचन किया। लखनऊ में जिले से एडीएम जानसठ ज्योत्सना व तहसीलदार जानसठ अभिषेक मौजूद रहे। कार्यक्रम का एनआइसी में सीधा प्रसारण दिखाया गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी मोहम्मद मुशफेकीन ने पुस्तक के विषय में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले का गुड़ देशभर में प्रसिद्ध है। एशिया की सबसे बडी गुड़ मंडी यही पर है। 100 से अधिक महिलाओं ने अपनी रेसिपी प्रस्तुत की, जिनमें से उत्कृष्ट 51 रेसिपी संकलित कर एक पुस्तिका तैयार की गई है, जिसे गुड़मय नाम दिया गया है। यह पुस्तक जिले एवं प्रदेश के बाहर गुड़ निर्मित स्वादिष्ट व्यंजनों के न केवल प्रचार-प्रसार में सहायक होगी अपितु महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में भी सहायक सिद्ध होगी। एनआइसी में डीएम सेल्वा कुमारी जे, सीडीओ आलोक यादव, एडीएम (प्रशासन) अमित सिंह समेत रेपिसी बनाने वाली महिलाएं मौजूद रहीं।

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