उपद्रव में बाल उत्पीड़न की जांच को पहुंचा आयोग

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के नाम पर 20 दिसंबर को शहर में हुए उपद्रव के दौरान बाल उत्पीड़न पर सुप्रीम कोर्ट के स्वत संज्ञान लिए जाने के बाद शनिवार को उप्र. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने शहर में पहुंचकर जांच शुरू की। आयोग अध्यक्ष व सदस्य ने उपद्रव स्थल मीनाक्षी चौक से लेकर आर्य समाज रोड स्थित मदरसा होजा-ए-इल्मिया इमाम हुसैनिया पहुंचकर कई लोगों से पूछताछ की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Mar 2020 11:26 PM (IST) Updated:Sat, 07 Mar 2020 11:26 PM (IST)
उपद्रव में बाल उत्पीड़न की जांच को पहुंचा आयोग
उपद्रव में बाल उत्पीड़न की जांच को पहुंचा आयोग

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के नाम पर 20 दिसंबर को शहर में हुए उपद्रव के दौरान बाल उत्पीड़न पर सुप्रीम कोर्ट के स्वत: संज्ञान लिए जाने के बाद शनिवार को उप्र. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने शहर में पहुंचकर जांच शुरू की। आयोग अध्यक्ष व सदस्य ने उपद्रव स्थल मीनाक्षी चौक से लेकर आर्य समाज रोड स्थित मदरसा होजा-ए-इल्मिया इमाम हुसैनिया पहुंचकर कई लोगों से पूछताछ की।

उपद्रव के दौरान शहर में कई स्थानों पर तोड़फोड़ व आगजनी हुई थी। पुलिस ने 50 से अधिक मुकदमे दर्ज किए थे। इनमें 259 लोगों के विरुद्ध नामजद और छह हजार से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस ने उपद्रव के आरोप में 80 लोगों को गिरफ्तार भी किया था। शनिवार को उप्र. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. विशेष गुप्ता व सदस्य डा. जया ने शहर में पहुंचकर जांच शुरू की। दोनों पहले मीनाक्षी चौक पर पहुंचे। वहां उन्होंने स्थानीय लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली। आयोग अध्यक्ष ने मीनाक्षी चौक पर सभासद पति नौशाद खान व नौशाद कुरैशी से जानकारी ली। यहां से वे पैदल ही आर्य समाज रोड की ओर बढ़े। यहां उन्होंने स्कूटर मैकेनिक से भी उपद्रव के दिन हालात व भीड़ में शामिल बच्चों की स्थिति तथा भूमिका के बारे में पूछा। इसके उपरांत दोनों इस्लमिया इंटर कालेज पहुंचे और प्रधानाचार्य मो. सलीम तथा चौकीदार से जानकारी ली। उन्होंने यह भी पूछा कि उस दिन कालेज किसके आदेश पर बंद किया गया था। इसके उपरांत आर्य समाज रोड पर स्थित सुपर व भारत ऑटो के मालिक तथा यूनियन बैंक आफ इंडिया की मैनेजर चंद्रकला तथा लिपिक शोभित से भी घटना के बारे में विस्तार से पूछताछ की। इसके उपरांत उन्होंने कोटक महिद्रा बैंक के मैनेजर तथा सिद्धार्थ कालोनी निवासी अरुण तायल से घटना वाले दिन के बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि उपद्रवियों की भीड़ ने 20 दिसंबर को जबरदस्त हंगामा किया था तथा कई बार पथराव किया। भीड़ में बड़े व बच्चे भी शामिल थे।

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