तहसीलदार के छुट्टी पर जाने से नहीं बन रहे प्रमाण-पत्र

जानसठ तहसीलदार के एक पखवाड़े से छुट्टी पर जाने के कारण छात्रों के प्रमाण-पत्र नहीं बन पा रहे है जिससे उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अन्य काम के लिए भी लोगों को तहसील के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 12:17 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 12:17 AM (IST)
तहसीलदार के छुट्टी पर जाने से नहीं बन रहे प्रमाण-पत्र
तहसीलदार के छुट्टी पर जाने से नहीं बन रहे प्रमाण-पत्र

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जानसठ तहसीलदार के एक पखवाड़े से छुट्टी पर जाने के कारण छात्रों के प्रमाण-पत्र नहीं बन पा रहे है, जिससे उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अन्य काम के लिए भी लोगों को तहसील के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।

तहसीलदार अभयराज पांडे बीमारी के चलते करीब 15 दिन से छुट्टी पर चल रहे हैं। वह अपना चार्ज सदर तहसीलदार को सौंप कर गए थे, लेकिन उनका तबादला भी अन्य जिले में होने के कारण वह भी काम की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। तहसील में आए कपिल, सुनील, रामनिवास व कविद्र आदि ने बताया कि उन्हें एडमिशन के लिए आय, जाति व मूल निवास आदि प्रमाण-पत्रों की आवश्यकता है। उन्होंने करीब बीस दिन पहले प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था लेकिन अभी तक प्रमाण-पत्र नहीं मिले हैं। तहसील जाने पर पता चला कि तहसीलदार के छुट्टी पर होने के कारण प्रमाण-पत्र नहीं बन पा रहे हैं। इतना ही नहीं दाखिल-खारिज जैसे काम भी नहीं हो पा रहे हैं। लोगों को तहसील में भटकना पड़ रहा है। एसडीएम जयेंद्र कुमार ने बताया कि शीघ्र ही तहसीलदार के छुट्टी से आने की संभावना है। पेंडिग काम शीघ्र ही पूरे कराए जाएंगे।

कब्जामुक्त कराई सिचाई विभाग की जमीन

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। सिचाई विभाग ने उत्तराखंड और यूपी सीमा पर गंगनहर के समीप से 100 बीघा से अधिक जमीन को कब्जामुक्त कराया गया है। उक्त जमीन पर फसलों की बुवाई की गई थी, जिसे रोटावेटर से खुर्दबुर्द किया गया। आरोपितों को नोटिस भी जारी किए गए हैं।

सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरी शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड के मंगलौर तक मुजफ्फरनगर डिवीजन का हिस्सा है। बीते दिनों सिचाई विभाग की जमीन को नए सिरे से चिह्नित करने का कार्य किया गया था। पाया गया कि सिचाई विभाग की सैंकड़ों बीघा जमीन पर लोगों ने फसलों की बुवाई कर रखी है। जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए नोटिस जारी किए गए, लेकिन जमीन को खाली नहीं किया गया। मंगलवार को उक्त जमीन को कब्जामुक्त कराया गया। परगना मंगलौर के गांव मोहम्मदपुर जट, बूढ़पुर, रसूलपुर निठारी से 100 बीघा से अधिक जमीन को कब्जामुक्त कराया गया।

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