बेबसी व लाचारी में मनाया करवा चौथ पर्व
खतौली कस्बे के देवीदास मोहल्ला निवासी महिला का कलक्ट्रेट में धरना रविवार को भी जारी रहा। महिला ने धरनास्थल पर पेड़ के नीचे पति की लंबी आयु की कामना की।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली कस्बे के देवीदास मोहल्ला निवासी महिला का कलक्ट्रेट में धरना रविवार को भी जारी रहा। महिला ने धरनास्थल पर पेड़ के नीचे पति की लंबी आयु की कामना की।
महिला बाला ने बताया कि बेबसी और लाचारी के चलते करवा चौथ पर भी धरना देना पड़ा। बताया कि कुछ दिन पूर्व प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था, लेकिन योजना का लाभ अभी तक नहीं मिला है। इस बारे में खतौली कोतवाली में प्रार्थना-पत्र दिया गया, जिस पर वहां तैनात एक दारोगा ने अभद्रता की। गाली-गलौज करते हुए वहां से भगा दिया। इससे पूरा परिवार बेहद आहत है। महिला का कहना है कि गरीब है तो क्या हुआ हमारा भी स्वाभिमान है। मान-सम्मान से समझौता नहीं कर सकते। इसी के चलते दारोगा के खिलाफ धरना दिया जा रहा है। बाला ने भारी मन से कहा कि मेरा भी मन करता है कि पति के साथ अपने घर पर करवा चौथ का पर्व मनाऊं, लेकिन आवास नहीं है। आवास के लिए आवेदन किया तो पुलिस ने दुत्कार दिया। जब तक आरोपित दारोगा के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती धरना जारी रहेगा।
जिला कारागार में 19 महिलाओं ने रखा करवा चौथ का व्रत
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पूरे देश के साथ जिला कारागार में भी करवा चौथ का त्यौहार सादगी से मनाया गया। कारागार में बंद महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखकर पति की लंबी आयु के लिए कामना की। चांद को देखकर व्रत खोला। व्रत रखने वाली महिलाओं को जेल मैनुअल के अनुसार खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई।
रविवार को पूरे देश के साथ जिला कारागार में भी करवा चौथ का त्यौहार मनाया गया। जिला कारागार में विभिन्न मामलों में बंद 18 हिदू और एक मुस्लिम महिला बंदी ने करवा चौथ का व्रत रखा। जेल प्रशासन ने महिलाओं को खाने-पीने के साथ पूजा की। सामग्री उपलब्ध कराई गई। करवा चौथ का व्रत रख पति की लंबी आयु की कामना करने वाली महिला बंदियों ने सामूहिक रूप से करवा चौथ की कहानी सुनी। इस दौरान महिला बैरक का नजारा पूरी तरह अलग दिखाई दिया। महिला बैरक से ही देर रात चांद देखकर महिलाओं ने व्रत खोला।
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि 19 महिला बंदियों ने करवा चौथ का व्रत रखा, जिनमें एक मुस्लिम महिला बंदी शामिल है। जेल मैनुअल के अनुसार व्रत रखने वाली महिलाओं को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई।