22 अप्रैल तक स्वेच्छा से प्रतिष्ठान बंद रखेंगे व्यापारी

कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्षों ने बैठक कर व्यापारियों से स्वेछा से 20 से 22 अप्रैल तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 12:21 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 12:21 AM (IST)
22 अप्रैल तक स्वेच्छा से प्रतिष्ठान बंद रखेंगे व्यापारी
22 अप्रैल तक स्वेच्छा से प्रतिष्ठान बंद रखेंगे व्यापारी

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्षों ने बैठक कर व्यापारियों से स्वेच्छा से 20 से 22 अप्रैल तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का आह्वान किया।

संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल की बैठक गैलेक्सी होटल में सोमवार को हुई, जिसमें कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी व्यापार मंडलों के अध्यक्षों ने व्यापारियों से 20 से 22 अप्रैल तक स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने तथा आवश्यक सेवाएं बंद से मुक्त रखने की अपील की। पूर्व विधायक अशोक कंसल व व्यापारी नेता संजय मित्तल ने कहा कि कोरोना महामारी ने जिले को पूरी तरह से लपेटे में ले रखा है। बंद के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। सरकार की गाइडलाइन का पूर्ण रूप से अमल में लाने की व्यापारियों से अपील की तथा प्रदेश सरकार से 30 अप्रैल तक पूर्ण लाकडाउन लगाने की मांग की। व्यापारी नेता श्याम सिंह सैनी व राहुल वर्मा ने प्रशासन से शहर के प्रतिष्ठानों को सैनिटाइज कराने तथा कोविड-19 टेस्ट अधिक से अधिक कराने की मांग की। मंडल के महामंत्री प्रमोद मित्तल व विश्वदीप गोयल ने शासन-प्रशासन से रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने तथा सीएमओ से कोरोना पाजिटिव मरीजों को भर्ती सुविधा तथा दवाई उपलब्ध कराने की मांग की। बैठक में रेवतीनंदन सिघल, प्रमोद मित्तल, संजय मित्तल, नीरज गुप्ता, रामकुमार तायल, राहुल वर्मा, प्रमोद टांक, अशोक कंसल, श्याम सिंह सैनी, विश्वदीप गोयल व निधीश राज आदि उपस्थित रहे। गन्ना व गेहूं की फसल जली

खतौली के रामपुर गांव में बिजली के तारों की चिगारी से रघुनंदन शर्मा की गन्ने और गेहूं की फसल में आग लग गई। खेत स्वामी और ग्रामीण मौके पर दौड़े और मशक्कत कर आग पर काबू पाया, लेकिन जब तक फसल जल चुकी थी। ग्रामीणों ने विद्युत निगम के प्रति रोष जताया है।

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