खंड शिक्षा अधिकारी ने पढ़ाई बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों संग की बैठक

शिक्षा को और अधिक बेहतर बनने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी ने तिसंग गांव व मेहलकी में अध्यापकों संग बैठक कर विचार किया। इस दौरान उन्होंने लापरवाही बरतने वाले अध्यापकों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह सभी स्कूलों में निरीक्षण करेंगी। कोई भी कोताही मिलने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 12:13 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 12:15 AM (IST)
खंड शिक्षा अधिकारी ने पढ़ाई बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों संग की बैठक
खंड शिक्षा अधिकारी ने पढ़ाई बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों संग की बैठक

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। शिक्षा को और अधिक बेहतर बनने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी ने तिसंग गांव व मेहलकी में अध्यापकों संग बैठक कर विचार किया। इस दौरान उन्होंने लापरवाही बरतने वाले अध्यापकों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह सभी स्कूलों में निरीक्षण करेंगी। कोई भी कोताही मिलने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

खंड शिक्षा अधिकारी डा. सविता डबराल ने शिक्षा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए मेहलकी गांव व तिसंग में क्षेत्र के प्रधान अध्यापक व सहायक अध्यापकों की बैठक ली। उन्होंने सभी शिक्षकों से कहा कि हमारे हाथों में देश के भविष्य को बनाने का जिम्मा है। इसके लिए हमें ईमानदारी से काम करने की जरूरत है। आज के बच्चे कल देश का भविष्य हैं। इसके लिए हमें अपने काम को बेहतर तरीके से अंजाम देना है। उन्होंने मिशन प्रेरणा, कायाकल्प, मिड-डे मील आदि योजनाओं की समीक्षा की। अध्यापकों के लिए अवकाश संबंधित मानव संपदा पोर्टल की भी समीक्षा की। उन्होंने अध्यापकों से प्रेरणा लक्ष्य एप भी अधिक से अधिक संख्या में डाउनलोड करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने गांव में जाकर बच्चों को शिक्षा के लिए जागरूक करने के लिए भी कार्यक्रम करने के निर्देश दिए। साथ ही स्कूलों में तरह तरह की एक्टिविटी कराने के भी आदेश दिए, जिससे प्रभावित होकर बच्चे स्कूल में आने के लिए प्रेरित हों। - - - सनातन संस्कृति पर विचार रख किया मार्गदर्शन

मुजफ्फरनगर : भागवंती सरस्वती विद्या मंदिर में गुरुवार को भारत विकास परिषद संकल्प के तत्वावधान में विचार गोष्ठी हुई।

विचार गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे रिटायर्ड प्रवक्ता राधा मोहन तिवारी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद राधा मोहन तिवारी ने अपने विचारों से सभी का मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि सनातन परंपरा भारतीय संस्कृति के मूल में निहित है। यह आदिकाल से चलती आ रही है और अनादि काल तक चलती रहेगी। इसमें किसी भी प्रकार का संदेह नहीं है। इसलिए आज आवश्यकता है कि हम अपनी सनातन संस्कृति को आत्मसात करते हुए राष्ट्र सेवा में हर संभव अपना योगदान दें, जिससे कि हमारी राष्ट्र सनातन विचारधारा अग्रसर हो। प्रधानाचार्या सीमा गोयल ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन भारत कक्कड़ एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में सुभाष चंद गुप्ता, डा अजय गर्ग, मनोज अग्रवाल, अंजुल अग्रवाल, राजेश मोहन गोयल, विष्णु स्वरूप अग्रवाल व अश्विनी वर्मा आदि का सहयोग रहा।

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