भाकियू का एसएसपी कार्यालय घेरो आंदोलन निरस्त

जेएनएन मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत व पुलिस प्रशासन की भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत व पुलिस प्रशासन की वार्ता के बाद भाकियू का चार अगस्त को एसएसपी कार्यालय घेरो आंदोलन निरस्त हो गया। अब सात अगस्त को भाकियू प्रतिनिधिमंडल व प्रशासन के बीच वार्ता होगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 12:49 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:49 AM (IST)
भाकियू का एसएसपी कार्यालय घेरो आंदोलन निरस्त
भाकियू का एसएसपी कार्यालय घेरो आंदोलन निरस्त

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत व पुलिस प्रशासन की वार्ता के बाद भाकियू का चार अगस्त को एसएसपी कार्यालय घेरो आंदोलन निरस्त हो गया। अब सात अगस्त को भाकियू प्रतिनिधिमंडल व प्रशासन के बीच वार्ता होगी।

भाकियू कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज करने के विरोध में भाकियू पदाधिकारियों ने चार अगस्त को एसएसपी कार्यालय का घेराव कर आंदोलन की घोषणा की थी। पुलिस अधिकारी भाकियू पदाधिकारियों को मनाने में लगे हुए थे। सोमवार को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के जाट कालोनी स्थित आवास पर पुलिस प्रशासन व भाकियू पदाधिकारियों के बीच बैठक हुई। बैठक में पुलिस प्रशासन ने चौधरी नरेश टिकैत की मान-मनौव्वल की। इस पर भाकियू अध्यक्ष ने बात मान ली। चौधरी नरेश टिकैत ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने उनकी बात मान ली है। भाकियू कार्यकर्ताओं से मुकदमे हटाने लेने का कहा है। इसलिए चार अगस्त का एसएसपी घेरो आंदोलन निरस्त कर दिया गया। चौ. नरेश टिकैत ने बताया कि सात अगस्त को प्रशासन के साथ भाकियू प्रतिनिधिमंडल की बैठक होगी जिसमें ताजा हालात पर बात होगी। टिकैत आवास पर वार्ता में भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत, निवर्तमान जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान, पूर्व महानगर अध्यक्ष शाहिद आलम व पुलिस प्रशासन की ओर से एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव, सीओ सिटी कुलदीप कुमार सिंह, थाना सिविल लाइन इंचार्ज उम्मेद सिंह आदि मौजूद रहे। पेड़ो की नीलामी में हेराफेरी की आशंका, शिकायत

मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया गया कि चरथावल निरीक्षण भवन पर पेड़ कटाई के लिए नीलामी प्रक्रिया में हेराफेरी की जा रही है। आरोप है कि एक अगस्त तक नीलामी में शामिल होने वाले ठेकेदारों से जमानत राशि के डिमांड ड्राफ्ट मांगे गए थे, लेकिन अवकाश होने के चलते दो अगस्त को डिमांड ड्राफ्ट लेने से इन्कार कर दिया गया। आरोप है कि सिचाई विभाग ऐसा कर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाना चाहता है।

जानसठ निवासी लकड़ी ठेकेदार मोहम्मद अहसान ने कमिश्नर सहारनपुर को दूरभाष पर शिकायत दर्ज कराई। इसके अलावा मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी नीलामी में हेराफेरी की आशंका जताई। लकड़ी ठेकेदार मेहराजुद्दीन, मोहम्मद अहसान, शरीफ व वाजिद आदि ने आरोप लगाया कि गंग नहर विभाग के कर्मचारियों ने अपने चहेते ठेकेदार के आवेदन जमा करा लिए, जबकि अन्य ठेकेदारों को टरका दिया गया। उनका कहना है कि जहां सरकार पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ कार्य करने पर जोर दे रही है तो वहीं कुछ अधिकारी-कर्मचारी नियमों को ताक पर रखकर नीलामी की प्रक्रिया को अंजाम देने के फिराक में हैं। उन्होंने नीलामी निरस्त कराकर पुन: नीलामी की प्रक्रिया कराने की गुहार लगाई है।

chat bot
आपका साथी