चक्काजाम से किसानों के गुस्से ने छुआ आसमान

कस्बे के चौधरी चरण सिंह चौक पर बुधवार को प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी ने किए जाने के विरोध में भाकियू के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने सरकार के विरुद्ध नारे बाजी करते हुए जाम लगाकर धरना प्रदर्शन किया तथा प्रदेश सरकार से 450 रुपये प्रति कुंतल दर गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 07:14 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 07:14 PM (IST)
चक्काजाम से किसानों के गुस्से ने छुआ आसमान
चक्काजाम से किसानों के गुस्से ने छुआ आसमान

मुजफ्फरनगर जेएनएन। गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाए जाने पर बुधवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। जिले भर में विभिन्न स्थानों पर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने चक्काजाम कर गुस्से का इजहार किया। तीन साल से गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाए जाने पर भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए 450 रुपये प्रति क्विटल करने की मांग की।

चौधरी चरण सिंह चौक पर जाम लगा किया धरना प्रदर्शन

मोरना : भाकियू के ब्लाक अध्यक्ष विकास कुमार, जिला उपाध्यक्ष मिटू राठी, जिला सचिव योगेश शर्मा, पुष्पेंद्र बिट्टू प्रधान, बिजेंद्र आर्य, बालेंद्र, प्रवीण कुमार, प्रधान अनुज पहलवान आदि के साथ क्षेत्र के गांव छछरौली, ककराला, सिकंदरपुर, रहमतपुर, गडवाड़ा आदि गांवों से सैकड़ों किसान बुधवार को चौधरी चरण सिंह चौक पर पहुंच गए। यहां गन्ना मूल्य में बढ़ोत्तरी न किए जाने के विरोध में किसानों ने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए जाम लगाकर धरना दिया। गुस्साए किसानों ने गन्ने की होली भी जलाई। किसानों ने बकाया भुगतान व 450 रुपये प्रति कुंतल गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार जानसठ अमित कुमार को सौंपा गया। अध्यक्षता तेजपाल सिंह सिकंदरपुर एवं संचालन अशोक कुमार ने किया। सामाजिक सेवा समिति के डा. भोपाल सिंह, चौधरी इसम सिंह, मेहताब, अब्दुल कादिर, कल्लू, मुमताज, पुष्पेंद्र, पंकज आदि मौजूद रहे।

सड़कों पर उतरे किसानों ने किया यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर जाम

पुरकाजी : गन्ना मूल्य, पराली जलाने पर जुर्माना, दस साल पुराने ट्रैक्टर जैसे मुद्दों को लेकर किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले कई घंटे हाईवे जाम रखा। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। वक्ताओं ने प्रदेश सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया। उत्तराखंड व यूपी बॉर्डर पर भूराहेड़ी चेकपोस्ट के पास मंडल महासचिव नवीन राठी के नेतृत्व में सुबह से ही किसान एकत्रित होना शुरू हो गए थे। करीब 11 बजे से कार्यकर्ताओं ने धरना शुरू कर दिया था। राठी ने कहा कि किसान विरोध सरकार किसानों को ठग रही है। जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान ने कहा कि किसानों का सरकार से विश्वास उठ गया है। पराली जलाने पर जुर्माना व दस साल से नीचे माडल के ट्रैक्टरों को लेकर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। नायब तहसीलदार योगेश त्यागी को किसानों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। ब्लॉक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी, मोनू पंवार, प्रताप सिंह, नाथीराम त्यागी, संजय त्यागी, बिट्टू राठी, हरिद्वार जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री, मनीष चौधरी, गोविद शर्मा, सोनू राठी, रवि राठी आदि मौजूद रहे। वहीं, भाकियू के कई घंटे के धरने को लेकर प्रशासन सुबह से ही अलर्ट मोड पर था। धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं ने सेना, एंबुलेंस व बरात की गाड़ियों को खुद निकलवाया। प्रभारी निरीक्षक हरशरण शर्मा फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे।

सड़क पर लगा दिया पत्ती-पराली का ढेर

बुढ़ाना : क्षेत्र के मेरठ-करनाल हाईवे स्थित बायवाला चेकपोस्ट पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम किया। तहसील अध्यक्ष अनुज बालियान के नेतृत्व में गन्ना मूल्य न बढ़ाए जाने व पत्ती-पराली जलाने के फर्जी मुकदमों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने ट्रैक्टर ट्रॉलियों में लाई गई पत्ती-पराली के सड़क पर ढेर लगा दिए। दोपहर एक बजे एसडीएम कुमार भूपेंद्र ने किसानों के बीच पहुंच कर ज्ञापन लिया। इसके बाद किसानों ने जाम खोला तो आवागमन सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान तहसील अध्यक्ष अनुज बालियान, ब्लॉक अध्यक्ष संजीव पंवार, धीर सिंह, विकास त्यागी, मौ. अहमद, प्रवीण, गौरव आदि मौजूद रहे।

मुजफ्फरनगर-थानाभवन मार्ग जाम कर मांगा 450 रुपये क्विटल

चरथावल : किसानों ने हिडन चौकी के सामने मुजफ्फरनगर-थानाभवन मार्ग पर भाकियू युवा जिला अध्यक्ष ठा. सतेंद्र पुंडीर व ब्लॉक अध्यक्ष ठा. कुशलवीर सिंह के नेतृत्व में जाम लगाया। इस दौरान मांगों से संबंधित मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन थाना प्रभारी को सौंपा। भाकियू युवा जिलाध्यक्ष सतेंद्र पुंडीर ने कहा कि सरकार ने गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाया, जबकि बिजली बिल दोगुना व खाद, डीजल, कीटनाशक में बीस प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। कुशलवीर सिंह ने चेतावनी दी कि किसानों का गुस्सा सरकार बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। जाम के कारण वाहनों का आवागमन बाधित हो गया। मदन सिंह, नरेश सिंह, कृष्ण सिंह, मतलूब, ताजिम त्यागी, मन्ना, दानिश, रिजवान, हाजी मन्ना, साबिर, भाई आलम, तोहिद हसन, कंवर पाल चौधरी, सहेंद्र चौधरी, संजय त्यागी, दुष्यंत सहरावत, नरेंद्र सैनी आदि मौजूद रहे।

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