गेट पर शिलापट से नाम कटने पर भिड़े भाजपाई
पुरकाजी थाने के गेट पर लगाए जाने वाले पत्थर का जिन्न दो साल बाद बोतल के बाहर आ गया। नाम काटने को लेकर तीन भाजपा नेताओं में जमकर तकरार हुई। मामले ने तूल पकड़ लिया है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी थाने के गेट पर लगाए जाने वाले पत्थर का जिन्न दो साल बाद बोतल के बाहर आ गया। नाम काटने को लेकर तीन भाजपा नेताओं में जमकर तकरार हुई। मामले ने तूल पकड़ लिया है।
थाने के गेट पर अपने नाम का पत्थर लगवाने के लिए क़रीब एक माह से कुछ लोग प्रयासरत हैं। पत्थर तैयार भी हो चुका है। शनिवार को दोपहर में समाधान दिवस में पहुंचे भाजपा नेता ने कोतवाल से बताया कि गेट पर लगाए जाने वाले पत्थर से दो नाम काट दिए गए हैं। इसलिए यह विवादित हो गया है। तीसरे पहर नाम कटवाने को लेकर तीन भाजपा नेताओं में जमकर कहासुनी हुई। एक-दूसरे को देख लेने तक की बात हुई। एक भाजपा नेता ने एसएसपी को पत्र लिखकर विवाद के चलते पत्थर न लगने देने की बात करने को कहा। बताते चलें कि दो वर्ष पूर्व •िाम्मेदार लोगों ने थाने का गेट बनवाया था। पत्थर पर जनप्रतिनिधि और पुलिस अफ़सरों के नाम ऊपर नीचे करने को लेकर उस समय विवाद हो गया था। 15 दिसंबर, 2019 को गेट पर बनवाने वालों के नाम लिखा पत्थर लगवाकर मुहूर्त कर दिया गया था। मामला अ़खबारों की सु़र्खियों में आया तो पुलिस ने आधी रात को विधायक के नाम लिखे पत्थर को उतरवा दिया था। तभी से गेट पर किसी का पत्थर नहीं लग पाया। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह का कहना है कि एसएसपी के आदेश पर ही पत्थर लग पाएगा।
सवारी बैठाने को लेकर दो पक्ष भिड़े, सांप्रदायिक तनाव
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। रतनपुरी क्षेत्र के चंदसीना गांव निवासी नोनू उर्फ लोकेश पुत्र झगड़ू डग्गामार वाहन चलाता है। शनिवार को कक्षा 12वीं का छात्र उस्मान पुत्र गुलफाम कालेज जा रहा था। नोनू ने उसे वैन में बैठा लिया। हालांकि छात्र दूसरे वाहन में जाने के लिए अड़ गया। इसको लेकर दोनों में मारपीट हो गई। उस्मान ने मारपीट की जानकारी स्वजन को दी। उसके स्वजन ने नानू से मारपीट कर दी। नानू के स्वजन भी आ गए। दोनों पक्षों के बीच खूब मारपीट हुई। डायल-112 पुलिस ने मामले को शांत कराया। घायलों का खतौली सीएचसी पर उपचार कराया गया।