संतुलित आहार और सकारात्मक सोच है कारगर दवा
कोविड-19 संक्रमण की चपेट आने पर घबराना नहीं चाहिए। कोरोना संक्रमण पर प्रहार के लिए अपनी सोच को सकारात्मक रखें और संतुलित आहार का प्रयोग करते रहें। कोरोना संक्रमण को पराजित करने में यही एकमात्र कारगर दवा है। बीमारी आपकी सोच के साथ हावी होती जाती है। बीमारी की रोकथाम और निदान में चिकित्सकीय उपचार का भी अहम् योगदान है। सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि दिनचर्या में बदलाव अवश्य करें। योगासन सुबह की ताजी धूप और मौसमी फलों का सेवन शारीरिक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है जिससे हमें रोग से लड़ने की ताकत मिलती है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोविड-19 संक्रमण की चपेट आने पर घबराना नहीं चाहिए। कोरोना संक्रमण पर प्रहार के लिए अपनी सोच को सकारात्मक रखें और संतुलित आहार का प्रयोग करते रहें। कोरोना संक्रमण को पराजित करने में यही एकमात्र कारगर दवा है। बीमारी आपकी सोच के साथ हावी होती जाती है। बीमारी की रोकथाम और निदान में चिकित्सकीय उपचार का भी अहम् योगदान है। सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि दिनचर्या में बदलाव अवश्य करें। योगासन, सुबह की ताजी धूप और मौसमी फलों का सेवन शारीरिक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे हमें रोग से लड़ने की ताकत मिलती है।
खतौली विद्युत खंड में तैनात अधिशासी अभियंता सोनम सिंह 29 अप्रैल को संक्रमित हो गए थे। वह कहते हैं कि रिपोर्ट पाजिटिव आने पर घबराहट हुई। स्वजन को भी जानकारी दी। इसके बाद वह आइसोलेट हो गए। 20 मई तक वह उपचार कराते रहे। अधिशासी अभियंता कहते हैं कि संक्रमण को हराने के लिए दवाइयां, उपचार के साथ आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति भी महत्वपूर्ण है। एक क्षण के लिए भी दिल और दिमाग में नकारात्मक बात नहीं रखनी चाहिए। इससे इम्यूनिटी पर प्रभाव पड़ता है। मौसमी फल खाए और योगासन किया
अधिशासी अभियंता बताते हैं कि शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए मौसमी फलों का सेवन किया। इसके साथ योगासन की क्रिया की है। अनुलोम-विलोम किया। मानसिक शांति के लिए ध्यान लगाया। मस्तिष्क को डायवर्ट करने के लिए किताबें पढ़ी। इसके साथ समय-समय पर अपना आक्सीजन लेवल जांचा और चिकित्सकीय सलाह के अनुरूप खानपान किया। हल्दी का दूध, दालों का सेवन किया, जिस कारण शरीर में इम्यूनिटी पावर बढ़ती रही।