अधिवक्ताओं ने कराया सामूहिक टीकाकरण

कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए मंगलवार को सिविल बार एसोसिएशन के 45 वर्ष से अधिक आयु के अधिवक्ताओं ने जिला अस्पताल में सामूहिक रूप से कोरोनारोधी टीका लगवाया। साथ ही एक-दूसरे को कोविड नियमों का पालन करने की सलाह दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:47 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:47 PM (IST)
अधिवक्ताओं ने कराया सामूहिक टीकाकरण
अधिवक्ताओं ने कराया सामूहिक टीकाकरण

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए मंगलवार को सिविल बार एसोसिएशन के 45 वर्ष से अधिक आयु के अधिवक्ताओं ने जिला अस्पताल में सामूहिक रूप से कोरोनारोधी टीका लगवाया। साथ ही एक-दूसरे को कोविड नियमों का पालन करने की सलाह दी।

सिविल बार एसोसिएशन मुजफ्फरनगर के महासचिव ब्रिजेंद्र सिंह मलिक के नेतृत्व में एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने जिला चिकित्सालय में चिकित्सा अधीक्षक की देखरेख में एकसाथ कोरोनारोधी टीका लगवाया। साथ ही कोविड से बचाव के लिए मास्क लगाने तथा शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने की अपील की। एसोसिएशन के 45 वर्ष से अधिक आयु के अधिवक्ता ब्रिजेंद्र मलिक, मीनू मलिक, चंद्रपाल सिरोही, प्रवीण खोकर, अशोक कुशवाह, रवींद्र कुमार, अनुराग त्यागी, आदेश सैनी, सुधीर गुप्ता, नरेंद्र सैनी, विजय स्वरूप, सतेंद्र सैनी व नीरज ऐरन ने कोरोनारोर्धी टीका लगवाया।

आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी, अधिकारी बेखबर

कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही लाकडाउन की आशंका के चलते थोक व्यापारियों ने कालाबाजारी शुरू कर दी है। बीड़ी, सिगरेट व गुटखा समेत कई आवश्यक वस्तुओं के दाम में बढ़ोतरी कर दी है। बहाना है कि माल नहीं मिल रहा है।

एक ओर जहां आम आदमी पर कोरोना की मार पड़ रही है वहीं दूसरी ओर रोजगार-व्यापार चौपट होने का अंदेशा सता रहा है। इन हालात के बीच थोक व्यापारी चांदी काट रहे और माल की कमी दिखाकर बीस से तीस फीसद तक महंगा सामान बेच रहे हैं। कस्बे के थोक किरयाना व्यापारियों ने लाकडाउन की आशंका के चलते अपने गोदाम भरकर कालाबाजारी शुरू कर दी है। बीड़ी, सिगरेट व गुटखे बीस से तीस फीसद तक महंगे बिक रहे हैं। कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाने के सरकार के आदेश केवल कागजों तक सीमित हैं। आवश्यक वस्तुओं के दाम तय होने के बाद भी अधिक दर पर बेचे जा रहे हैं, लेकिन कालाबाजारी रोकने के लिए जिम्मेदार लोग बेखबर हैं। इन हालात में आम आदमी के लिए कठिनाई पैदा हो गई है। इस संबंध में एसडीएम जयेंद्र कुमार से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।

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