मेडिकल कालेज में उपचार के बाद स्वस्थ हुए थे 3200 मरीज

कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया था। शासन के निर्देश पर बेगराजपुर स्थित मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज को एल-2 व एल-3 मरीजों के उपचार के लिए निर्धारित किया गया था। यहां उपचार के बाद 3397 में से 3200 मरीज स्वस्थ हुए थे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 12:42 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:42 AM (IST)
मेडिकल कालेज में उपचार के बाद स्वस्थ हुए थे 3200 मरीज
मेडिकल कालेज में उपचार के बाद स्वस्थ हुए थे 3200 मरीज

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाया था। शासन के निर्देश पर बेगराजपुर स्थित मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज को एल-2 व एल-3 मरीजों के उपचार के लिए निर्धारित किया गया था। यहां उपचार के बाद 3397 में से 3200 मरीज स्वस्थ हुए थे।

कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक करने के बावजूद दूसरी लहर में काफी लोग संक्रमित हुए। दूसरी लहर के दौरान मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में एल-2 तथा एल-3 मरीजों के उपचार की सुविधा की गई थी। मेडिकल कालेज में 300 संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्था थी, जिनमें 200 बेड एल-2 तथा 100 बेड एल-3 मरीजों के उपचार के लिए निर्धारित किये गए थे। मेडिकल कालेज में कोरोना काल में 3397 संक्रमित मरीजों को भर्ती कराना पड़ा था, जिनमें से उपचार के बाद 3200 मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर घर के लिए डिस्चार्ज किये गए। मेडिकल कालेज में 197 संक्रमित मरीजों की मौत हुई।

मेडिकल कालेज में आक्सीजन बेड की पड़ी थी कमी

मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में दूसरी लहर के दौरान आक्सीजन बेड की कमी पड़ गई थी। संक्रमित मरीजों की संख्या बढने के साथ ही मरीजों को भर्ती करने के लिए निजी व सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन बेड की काफी कमी रही थी। मेडिकल कालेज में केवल 300 बेड को ही आक्सीजन की उपलब्धता सुलभ हो पा रही थी। आक्सीजन की कमी के चलते बेड की संख्या नहीं बढ़ाई गई थी।

तीसरी लहर के लिए बढ़ाए गए 100 बेड

मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर 100 बेड की वृद्धि की गई है। इसके साथ ही पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट तथा निओ नेटल इंटेसिव केयर यूनिट की स्थापना के साथ आक्सीजन प्लांट की क्षमता भी बढ़ाई गई है। आक्सीजन प्लांट के लिए अलग से आक्सीजन कैप्सूल की स्थापना की गई है।

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