मुरादाबाद में आम तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़ा किशोर, हाईटेंशन लाइन से टकरा गई डाली, करंट से झुलसकर मौत
भोजपुर में आम तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़े किशोर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से जलकर मौत हो गई। आग में जिंदा जलते किशोर को देखकर सड़क से गुजर रहे लोग सहम गए। परिवार के लोगों ने हंगामा किया।
मुरादाबाद, जेएनएन। जिले के भोजपुर में आम तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़े किशोर की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से जलकर मौत हो गई। आग में जिंदा जलते किशोर को देखकर सड़क से गुजर रहे लोग सहम गए। करीब तीन मिनट तक जलने के बाद मौके पर ही किशोर की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने विद्युत विभाग के कर्मचारियों से संपर्क कर शव को पेड़ से नीचे उतरवाया। पुलिस ने जब पोस्टमार्टम के लिए पंचनामा भरना शुरू किया तो वहां मौजूद स्वजन ने हंगामा करना शुरू कर दिया। पुलिस के समझाने के बाद लोग शांत हुए।
डिलारी क्षेत्र के गांव हसुपुरा नवादा निवासी नौशाद का बेटा फैजान मजदूरी करता था। रविवार दोपहर वह घर से बाहर घूमने के लिए निकला था। वह मुरादाबाद-काशीपुर रोड पर जहांगीरपुर किसान इंटर कॉलेज के पास पहुंच गया। यहां पर सडक के किनारे लगे पेड़ पर आम तोड़ने के लिए चढ़ गया। पेड़ के ऊपरी हिस्से पर पहुंचकर आम तोड़ने की कोशिश कर रहा था, तभी बारिश के कारण भींगी हुई पेड़ की डाली 33 हजार हाईटेंशन लाइन से टकरा गई। हाईटेंशन लाइन को छूते ही पेड़ में करंट आया और युवक भी उसकी चपेट में आ गया। देखते ही देखते किशोर के शरीर में बिजली के तारों से आग लग गई, और वह पेड़ पर जलने लगा। सड़क से गुजर रहे वाहन अचानक इस भयावह दृश्य को देखकर सहम गए। मामले की जानकारी मिलने पर भोजपुर थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह पुलिस के बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर विद्युत सप्लाई बंद कराने के बाद फैजान को नीचे उतारने का प्रयास किया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। किशोर का आधा शरीर पूरी तरह से जल चुका था। पुलिस ने शव की शिनाख्त करने के साथ ही स्वजन को सूचना दी।
एक घंटे तक घोड़ा गाड़ी में रखा रहा शव : बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिवार में मातम छा गया। पिता नौशाद और मां जैनब के साथ ही अन्य तीन बहनें और तीन भाई मौके पर पहुंच गए। शव को उठाकर घोड़ा बुग्गी में रख लिया और उसे तिरपाल से ढक दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाने के लिए एंबुलेंस को कॉल किया। इस दौरान स्वजन ने पीएम न कराने को लेकर हंगामा करने लगे। इसके बाद पुलिस ने स्वजन को समझाने और मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। लेकिन स्वन पोस्टमार्टम न कराने पर अड़े थे। काफी देश मशक्कत के बाद स्वजन शांत हुए। इसके चलते करीब एक घंटे तक शव घोड़ा गाड़ी में रखा रहा। काफी देर पुलिस घटना स्थल में एंबुलेंस इंतजार करती रही, लेकिन जब एंबुलेंस नहीं आई तो पुलिस ने टेंपो बुलाकर शव को बुग्गी से उतारकर पोस्टमार्टम हाउस के लिए भेजा।