कुश्ती की गोल्डन गर्ल बबीता फोगाट ने मुरादाबाद की महिलाओं में भरा जोश, कहा-डरें नहीं मुकाबला करें
Wrestlings Golden Girl Babita Phogat कुश्ती चैंपियन और कामनवेल्थ गेम्स की गोल्डन गर्ल बबीता फोगाट ने बुधवार को मुरादाबाद की महिलाओं में जोश भरा। कहा कि महिला जिस दिन महिला का साथ देने लग जाएगी उस दिन बेटियां खुद को मजबूत महसूस करेंगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। Wrestlings Golden Girl Babita Phogat : कुश्ती चैंपियन और कामनवेल्थ गेम्स की गोल्डन गर्ल बबीता फोगाट ने बुधवार को मुरादाबाद की महिलाओं में जोश भरा। मुरादाबाद के पंचायत भवन में आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम में पहुंची बबीता फोगाट ने कहा कि महिला जिस दिन महिला का साथ देने लग जाएगी, उस दिन बेटियां खुद को मजबूत महसूस करेंगी। आज बेटियों को नहीं बेटों को समझाने की जरूरत है कि बेटा घर से निकलो तो किसी की बहू बेटी की इज्जत मत उछालना। जिस दिन बेटों को समझा पाए, उस दिन बेटियां रात को भी घर से निकलने में नहीं डरेंगी। बेटियों को पैदा ही नहीं करना है उन्हें पढ़ाना है और खिलाना है। खिलाने से आशय स्वस्थ रहने के लिए भोजन और खेल बेटियों के लिए जरूरी है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सेफ चाइल्ड गर्ल्स की अध्यक्ष प्रिया अग्रवाल द्वारा आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बबीता फोगाट उपस्थित थीं। बबीता फोगाट ने कहा कि मुझे इतनी खुशी अपने ऊपर फिल्माई गई फिल्म दंगल देखकर नहीं हुई, जितनी आज इस कार्यक्रम में बेटियों के उत्साह को देखकर हो रही है। पंचायत भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में बबीता फोगाट आगे बोलीं कि बबीता फोगाट कुश्ती में चैंपियन यूं ही नहीं बनी। इसके पीछे उनके माता-पिता का हाथ है। मेरी माता कहती थींं कि बेटी बाहर अगर कोई कुछ तुमसे गलत बोले तो दो मार के आना बाकी हम देख लेंगे।
यही विचार बेटियों को अपने मन में ही नहीं दिमाग से परिपक्व करते हैं। इस मौके पर स्कूलों की होनहार बेटियों को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा की बेटियां रात को 10 बजे भी अकेले घूमने निकलेंगी। उस दिन समाज भयमुक्त हो जाएगा और यह परिवर्तन उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बेटियों ने ऐसा संदेश दिया कि लड़का और लड़की में कोई भेदभाव ना रहे। इस मौके पर महापौर विनोद अग्रवाल, मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह, एसएसपी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुपमा शांडिल्य ने भी विचार रखे।