मुरादाबाद में हड़ताल से सरकारी विभागों के कामकाज ठप, बोर्ड बैठक में तय होगा कर्मचारियों का भविष्य
एमडीए के 110 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को बहाल करने की मांग को लेकर सरकारी विभागों में कामकाज ठप है। कर्मचारियों ने आरपार की लड़ाई का एलान कर दिया है। इस मामले को लेकर 28 जनवरी को बोर्ड की बैठक बुलाई गई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। एमडीए के 110 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को बहाल करने की मांग को लेकर सरकारी विभागों में कामकाज ठप है। इसकी वजह से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। कमिश्नर ने कर्मचारियों के दबाव में मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की आपातकालीन बैठक बुलाने का आदेश जारी कर दिया है। अब 28 जनवरी को होने वाले प्राधिकरण के बो़र्ड की बैठक में ही कर्मचारियों के भविष्य को लेकर फैसला होगा।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण कर्मचारी संयुक्त संगठन का आंदोलन 19वें दिन भी जारी है। मांग यह है कि एमडीए ने जिन 110 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, उन्हें बहाल किया जाए। लेकिन, एमडीए उपाध्यक्ष यशु रुस्तगी बहाली न करने पर अड़ींं हैं। उनका कहना है कि श्रम कानूनों के मुताबिक जारी शासनादेश पर नौकरी बहाल हो सकती है। लेकिन, काम सफाई का ही करना होगा। इसका विरोध हो रहा है। एमडीए कर्मचारियों के समर्थन में सभी विभागों के कर्मी आ गए हैं। शुक्रवार को मुरादाबाद कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष संदीप बडोला की अगुवाई में सभी विभागों के कर्मचारी सुबह 10 बजे आंबेडकर पार्क में जमा हुए। इस दौरान उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। शहर की सफाई व्यवस्था ठप है। विकास भवन में काम नहीं हो रहा है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, नगर निगम कर्मचारी संघ, शिक्षा विभाग, स्वास्थ विभाग, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ, लेखपाल, विकास भवन कर्मचारी और अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारी संगठन इस मुद्दे को लेकर एकजुट हैं। इन विभागों के कर्मचारियों ने हड़ताल कर रखी है। कर्मचारियों की मांग है कि एमडीए से निकाले गए कर्मचारियों को नौकरी पर वापस लिया जाए। हड़ताल से प्रशासन भी दवाब में आ गया है। कमिश्नर वीरेंद्र कुमार सिंह ने मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष को बोर्ड की आपातकालीन बैठक बुलाने के आदेश दिए हैं। एमडीए बोर्ड की बैठक में ही कर्मचारियों के भविष्य को लेकर फैसला होना है। एमडीए कर्मचारी कमिश्नर के इस कदम को अपनी जीत से जोड़़कर देख रहे हैं। एमडीए ने जिन कर्मचारियों नौकरी से निकाला है, उनके परिवार के लोगों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही है। हालांकि उनके भविष्य को लेकर बो़र्ड क्या फैसला लेता है, यह अभी कहा नहीं जा सकता है। प्राधिकरण के सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि कमिश्नर साहब एमडीए के अध्यक्ष हैं। उनका बोर्ड की आपातकालीन बैठक बुलाने के लिए पत्र मिला है। 28 जनवरी को बोर्ड की बैठक होगी।