Wheat Purchase in Moradabad : गेहूं खरीद के बाद भुगतान का संकट, जिले के 2293 किसान परेशान
कोरोना संक्रमण के दौरान ही जान जोखिम में डालकर किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने पहुंचने लगे हैं। लेकिन भुगतान को लेकर सरकार अपने वायदे पर खरी नहीं उतर रही है। सरकार ने 72 घंटे में गेहूं मूल्य भुगतान करने का दावा किया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के दौरान ही जान जोखिम में डालकर किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने पहुंचने लगे हैं। लेकिन, भुगतान को लेकर सरकार अपने वायदे पर खरी नहीं उतर रही है। सरकार ने 72 घंटे में गेहूं मूल्य भुगतान करने का दावा किया है। लेकिन, किसान 20-20 दिन से केंद्रों पर भुगतान के लिए भटक रहे हैं। 2293 किसान ऐसे हैं, जिनका भुगतान नहीं हुआ है। इनमें से कुछ किसान तो ऐसे हैं, जिन्होंने ईद की वजह से अपना गेहूं बेचा था।
जिले के 73 क्रय केंद्रों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद हो रही है लेकिन, कोरोना संक्रमण और पंचायत चुनाव की वजह से खरीद नहीं हो पा रही थी। अब चुनाव के बाद गेहूं की खरीद में तेजी आई है। ईद से पहले तमाम किसान अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए गेहूं बेचने केंद्रों पर पहुंचे। उन्हें लगा था कि 72 घंटे में आनलाइन भुगतान की व्यवस्था है। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। गेहूं तौलवाने वाले दिन से ही किसान भुगतान के लिए दौड़ लगा रहे हैं। अब तक क्रय केंद्रों से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। केंद्र प्रभारी किसानों को टरकाने का काम कर रहे हैं। कई बार आला अधिकारियों से भी शिकायत की गई है लेकिन, किसी ने अभी तक किसानों की समस्या का समाधान नहीं कराया है जिला खाद्य विपणन अधिकारी संजीव राय ने बताया कि किसानों के भुगतान के प्रक्रिया में थोड़ा समय लग रहा है जल्द ही सभी किसानों का बकाया भुगतान कराने की कोशिश की जा रही है।
आंकड़ों पर एक नजर
कुल अब तक खरीद -26560.62 टन
किसान की धनराशि-5259.35 लाख
किसानों का बकाया-2434.25 लाख
क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने आए किसान-5332
भुगतान पाने वाले किसान की संख्या-3039
जिनका भुगतान अभी तक नहीं हुआ-2293