गंदगी व कीचड़ के चलते श्मशान जाने का रास्ता नहीं, ग्रामीणों ने शव रखकर किया प्रदर्शन Moradabad news
सरकार की मंशा चाहे जो भी हो लेकिन ग्रामीणों की दुश्वारियां अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। मैनाठेर थाना क्षेत्र में एक महिला की मौत के बाद ग्रामीणों को शव को श्मशान तक ले जाने में काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। श्मशान जाने वाले मार्ग पर गंदगी व नालियों का पानी भरा होने के कारण काफी परेशानी हुई। ग्रामीणों ने इसके खिलाफ शव रखकर प्रदर्शन किया और जैसे तैसे गंदगी से होते हुए शव को लेकर श्मशान गए और अंतिम संस्कार किया।
बीमारी से हुई महिला की मौत
सरकार की हजार कोशिशों के बाद भी जहां शहरों में सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं हो पा रही हैं वहीं गांव में पैदल चलने लायक भी नहीं हैं। कई जनपद के कई गांव ऐसे हैं जहां गंदगी व जलनिकासी न होने से रास्तों से निकलना दूभर हो गया है। मैनाठेर थाना क्षेत्र के हजरत नगर गढ़ी के गांव मिलक अलीनगर में 50 वर्षीय शांति देवी पत्नी शंकरलाल बीमारी के कारण मौत हो गई। अंतिम संस्कार के लिए श्मशान तक शव ले जाना ग्रामीणों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। दरअसल श्मशान जाने के मुख्य मार्ग पर गंदगी व जलभराव के कारण निकलना दूभर है। इसके विरोध में स्वजनों व ग्रामीणों ने नाराज होकर शव को रास्ते पर रखकर प्रदर्शन किया। बाद में बड़े-बुजुर्गों के समझाने पर लोग गंदगी व कीचड़ से निकलते हुए शव को श्मशान ले गए। आपको बतादें कि हाल ही में देहात क्षेत्र में एक गांव में रास्ता न होने के चलते ग्रामीण नाले पर बल्लियां रखते निकले थे। वह तस्वीर सोशलमीडिया पर वायरल हो गई थी।