विश्वविद्यालय निर्माण की उम्मीदों पर फिर फिरा पानी, जानिये क्या रही वजहMoradabad News

शहर को विश्वविद्यालय की सौगात नहीं मिली। इससे विद्यार्थियों शिक्षाविदों एवं अभिभावकों ने निराशा जाहिर की है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 19 Feb 2020 07:03 AM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 07:03 AM (IST)
विश्वविद्यालय निर्माण की उम्मीदों पर फिर फिरा पानी, जानिये क्या रही वजहMoradabad News
विश्वविद्यालय निर्माण की उम्मीदों पर फिर फिरा पानी, जानिये क्या रही वजहMoradabad News

जेएनएन, मुरादाबाद : मंडल मुख्यालय में विश्वविद्यालय निर्माण की राह ताक रहे मंडलवासियों को एक बार फिर झटका लगा है। प्रदेश सरकार की ओर से जारी बजट में एक बार फिर मुरादाबाद के हाथ खाली रह गए, शहर को विश्वविद्यालय की सौगात नहीं मिली। इससे विद्यार्थियों, शिक्षाविदों एवं अभिभावकों ने निराशा जाहिर की है। वहीं जनप्रतिनिधियों ने एक बार फिर निराश न होने का आश्वासन दिया है।

अर्से बाद मुरादाबाद मंडल मुख्यालय में विश्वविद्यालय निर्माण की आस जगी थी। मुख्यमंत्री के आगमन पर शहर विधायक रितेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री से मिल शहर में विश्वविद्यालय निर्माण की मांग की थी, उन्होंने बकायदा प्रस्ताव भी सौंपा था। जिस पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को जमीन का सर्वे करा प्रस्ताव तैयार कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद प्रशासन की टीम ने राजकीय पॉलीटेक्निक की जमीन का सर्वे कराया था। जिलाधिकारी ने प्रस्ताव तैयार करा शासन को रिपोर्ट भेज द थी। जिसके बाद उम्मीदें परवान चढ़ी कि बजट में मुरादाबाद को विश्वविद्यालय की सौगात हर हाल में मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

इस बार उम्मीद थी कि शहरवासियों को विश्वविद्यालय निर्माण की सौगात मिलेगी, लेकिन फिर निराशा ही हाथ लगी। जनप्रतिनिधियों को हर हाल में इस मुद्दे पर काम करना चाहिए। जिससे शहर में शिक्षा का और बेहतर माहौल स्थापित किया जा सके।

डॉ. केसी गुप्ता, पूर्व प्राचार्य, ङ्क्षहदू कॉलेज

धैर्य रखने की जरूरत है। बहुत जल्द ही विश्वविद्यालय निर्माण का इंतजार खत्म होगा। भले ही इस बार शहरवासियों को विश्वविद्यालय की सौगात नहीं मिली लेकिन, विश्वविद्यालय निर्माण की खुशखबरी मिलेगी, यह निश्चित है।

डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, एमएलसी

मंडल में शिक्षा के माहौल को स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय का निर्माण होना जरूरी है। इतने लंबे समय बाद भी यहां विश्वविद्यालय निर्माण नहीं हो सका, यह चिंता का विषय है। जनप्रतिनिधियों को इस पर विचार करना चाहिए।

डॉ. मीना कौल, प्राचार्य, एमएच कॉलेज

विश्वविद्यालय निर्माण की मांग एबीवीपी लंबे समय से उठा रही है। प्रदेश में केवल मुरादाबाद मंडल मुख्यालय में ही विश्वविद्यालय नहीं है। एबीवीपी फिर से इस मांग को तेज करेगी। छात्र हित ही नहीं विश्वविद्यालय का निर्माण सभी के हित में है।

सचिन चौधरी, प्रांत मंत्री, एबीवीपी

विश्वविद्यालय और सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल का निर्माण हमारे प्रमुख एजेंडे में है। इसके लिए पूरी तरह प्रयासरत हूं। इस बार भले ही विश्वविद्यालय की सौगात नहीं मिली लेकिन, निराश होने की जरूरत नहीं है। विश्वविद्यालय की सौगात जरूर मिलेगी।

रितेश गुप्ता, नगर विधायक

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