अमरोहा में गंगा किनारे बसे गांव होंगे खुले में शौच से मुक्‍त, विकास के लिए चलेगा अभियान

अमरोहा के डीएम ने कलेक्ट्रेट सभागार में ली जिला गंगा समिति की बैठक। इसमें गंगा किनारे ब से गांवों में विकास के लिए बनाई गई रणनीति।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 21 Aug 2020 05:04 PM (IST) Updated:Fri, 21 Aug 2020 05:04 PM (IST)
अमरोहा में गंगा किनारे बसे गांव होंगे खुले में शौच से मुक्‍त, विकास के लिए चलेगा अभियान
अमरोहा में गंगा किनारे बसे गांव होंगे खुले में शौच से मुक्‍त, विकास के लिए चलेगा अभियान

अमरोहा। अमरोहा में गंगा किनारे बसे गांवों के विकास के लिए रणनीति तैयार की गई। जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने कहा कि गंगा किनारे स्थित सभी 53 गांवों को विकसित किया जाए। उनमें सड़कें बनवाई जाएं और विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए। खुले में शौच से हर गांव को मुक्त कर दिया जाए।

उन्होंने यह निर्देश शुक्रवार की दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला गंगा समिति की बैठक में अधीनस्थ अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे के गांवों में बिजली, पानी व सड़कों की व्यवस्था की जाए। जिन गांवों में रास्ते नहीं बने हैं, उनको प्राथमिकता के आधार पर बनवाने का कार्य करें। अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण कर काम की स्थिति को देखें। अपर जिलाधिकारी विनय कुमार ने कहा कि सभी गांवों में पौधारोपण कराया जाए। ग्राम समाज व सार्वजनिक संपत्ति पर भी पौधे लगाए जाएं। गांव में जैविक खेती के लिए गोबर की खाद से जैविक व कंपोष्ट खाद बनाई जाए। उसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कमेटी गठित करें। जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण नगर पालिका गजरौला के अधिशासी अधिकारी न्याय पंचायत वार देंगे। एक जैविक प्लांट बनाकर उसको गंगा खाद के रूप में विकसित किया जाए। उसका नाम गंगा प्लांट रखा जाए। गोशालाओं के गोबर को खाद बनाकर बेचा जाए। यह किसानों को सब्सिडी के आधार पर उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने जनपद की सभी निकायों को निर्देश दिए कि कूड़े के निस्तारण की समुचित व्यवस्था कर लें। अगर जमीन नहीं है तो उसका क्रय करें। इस दौरान डीएफओ रमेश चंद्र, डीडीओ प्रदीप कुमार यादव, सीवीओ डॉ.ब्रजवीर सिंह, डीपीआरओ वाचस्पति झा आदि अधिकारी मौजूद रहे। 

chat bot
आपका साथी