Uproar in District Hospital : मरीज के इलाज को लेकर इमरजेंसी कक्ष में तीमारदारों का हंगामा
Uproar in District Hospital चिकित्सक ने इलाज करने के बजाय कहा कि 71 रोगी में केवल दो स्टाफ नर्स है कैसे सभी रोगियों का इलाज कर पाएंगे। इसके बाद तो मिलन कुमार अन्य रोगियों के तीमारदारों के साथ मिलकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Uproar in District Hospital : जिला अस्पताल में भर्ती रोगी के तीमारदार इलाज के लिए चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारियों का हाथ जोड़ते घूमते दिखे। जब किसी ने नहीं सुनी तो तीमारदारों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
लाइनपार के रहने वाले मिलन कुमार की मां प्रवेश देवी तीसरी मंजिल में भर्ती हैं। शाम से उनकी हालत खराब होने लगी तो स्टाफ नर्स से कई बार कहा, लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया। मरीज को लगातार हिचकी आनी शुरू हो गई तो मिलन ने इमरजेंसी कक्ष में तैनात चिकित्सक डाॅ. मनोज यादव से मां को देखने का अनुरोध किया। चिकित्सक ने इलाज करने के बजाय कहा कि 71 रोगी में केवल दो स्टाफ नर्स है, कैसे सभी रोगियों का इलाज कर पाएंगे। इसके बाद तो मिलन कुमार अन्य रोगियों के तीमारदारों के साथ मिलकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद चिकित्सक ने रोगी को देखा और इलाज किया।
इलाज में लापरवाही से गई जुड़वा बेटों की जान : सम्भल के गांव चितावली निवासी ग्रामीण ने डिलीवरी के दौरान पत्नी के इलाज में लापरवाही से आपरेशन से दो जुड़वा बेटों के मृत पैदा होने का आरोप लगाया है। गांव निवासी दिनेश का आरोप है कि 12 सितंबर को उन्होंने अपनी पत्नी के प्रसव पीड़ा होने पर अमरोहा के शाहपुर कला में रहरा रोड पर स्थित अदीबा हेल्थ केयर सेंटर ले गए थे। मौजूद अस्पताल संचालकों ने नार्मल डिलीवरी व जच्चा बच्चा के सुरक्षित रहने का आश्वासन देकर भर्ती कर लिया था। आरोप है कि दर्द रोकने को इंजेक्शन लगाए गए तथा इलाज में लापरवाही बरती गई। 17 सितंबर को रात 11 बजे आपरेशन करके मृत जुड़वा बेटे निकाले गए। घटना के 33 दिन बाद पीड़ित पत्नी को लेकर कोतवाली पहुंचे पति ने अस्पताल संचालकों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रभारी निरीक्षक पीके चौहान ने बताया कि जांच कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। उधर, अस्पताल के संचालक अफसर हैदर से बात करने का प्रयास किया गया। मगर, उनसे संपर्क नहीं हो पाया।