UPMSP Board 10, 12th Result 2021 : परिणाम में गैर हाजिर दिखाने पर छात्राओं का हंगामा, कई हो गईं बेहोश
मानसरोवर कालोनी स्थित श्री साईं कन्या इंटर कालेज में 90 फीसद छात्राओं को 12वीं के परिणाम में अनुपस्थित दिखाने पर छात्राओं ने हंगामा किया। कई छात्राएं बेहोश हो गईं। गुस्साए अभिभावकों ने कक्षाओं की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। मानसरोवर कालोनी स्थित श्री साईं कन्या इंटर कालेज में 90 फीसद छात्राओं को 12वीं के परिणाम में अनुपस्थित दिखाने पर छात्राओं ने हंगामा किया। कई छात्राएं बेहोश हो गईं। गुस्साए अभिभावकों ने कक्षाओं की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। एक छात्रा होश में आने पर छत पर खुदकुशी करने पहुंच गई।
श्री साईं इंटर कालेज में बवाल होने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस आत्महत्या की कोशिश में छत पर पहुंची छात्रा को गाड़ी में बैठाकर थाने ले जानी लगी। इस पर अन्य छात्राएं पुलिस की गाड़ी के आगे खड़ी हो गईं। बवाल के दो घंटे बाद कालेज पहुंचीं प्रधानाचार्य कुसुमलता वर्मा और उप प्रधानाचार्य अनीता नेे भी पुलिस को छात्रा को ले जाने से रोका। दरअसल छात्राओं का आरोप था कि फीस जमा न होने पर प्री बोर्ड में भी नहीं बैठने दिया गया और बोर्ड की ओर से मांगे गए 10वीं और 11वीं के भी अंक नहीं भेजे गए। इससे कालेज की अंकतालिका पर गैर हाजिर लिखकर आया है।
सोमवार को प्रधानाचार्य को बुलाया जाएगा। यूपी बोर्ड में बात की जाएगी। बोर्ड से बातचीत के बाद ही तय होगा। बोर्ड जो भी दिशा-निर्देश जारी करेगा, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।
अरूण कुमार दुबे, डीआइओएस
थोड़ा और पहले आता परिणाम तो उप मुख्यमंत्री तक पहुंच जाती बात : डिप्टी सीएम एवं शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा शहर थे और छात्राएं अपने 12वीं के परिणाम में गैर हाजिर होने पर हंगामा, आत्महत्या की कोशिश और रोती-चिल्लाती रहीं। दोपहर को 3.30 बजे परिणाम आते ही छात्राएं सीधे स्कूल पहुंची और उन्होंने हंगामा कर दिया। शाम चार बजे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा मुरादाबाद से रवाना हुए थे। जिस समय वह दिल्ली रोड से मूंढापांडे हवाई पट्टी के लिए गुजर रहे थे, ठीक उसी समय दिल्ली रोड स्थित मानसरोवर कालोनी के श्री साईं कन्या इंटर कालेज में बवाल मचता रहा। अभिवभावक बोले कि चलो टीएमयू चलते हैं लेकिन, कुछ लोगों ने यह कहकर रोक दिया कि कोई फायदा नहीं, वह अब तक चले गए होंगे। अगर परिणाम और पहले आ गया होता तो डिप्टी सीएम से मिलने जरूर अभिभावक पहुंच जाते। कुछ न कुछ समाधान हाथों हाथ निकल आता। प्रदेश के डिप्टी सीएम के हाथ में ही शिक्षा की कमान है। प्रधानाचार्या पर छात्राओं का गुस्सा इसलिए और था कि वह फोन मिलाती रहीं लेकिन, प्रधानाचार्या ने नहीं उठाया। उप प्रधानाचार्या अनीता स्कूल पहुंचीं, उनको छात्राओं व अभिभावकों ने घेर लिया। प्रधानाचार्या कुसुमलता भी छात्राओं व अभिभावकों के बवाल को देखकर पसीना-पसीना थीं।