UP Roadways Bus Service : अब बिना टैक्स जमा किए रोडवेज बसों का नहीं जारी होगा फिटनेस प्रमाण पत्र
UP Roadways Bus Service परिवहन विभाग के अधिकारी टैक्स बकाए में रोडवेज बसों को सीज करने से बच रहे हैं इसलिए आदेश है कि जिस रोडवेज बस का पैसेंजर टैक्स जमा नहीं होगा उसका फिटनेस नहीं किया जाएगा।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। UP Roadways Bus Service : परिवहन विभाग राजस्व वसूली करने का लक्ष्य पूरा करने के लिए रोडवेज प्रशासन पर शिकंजा कसने जा रहा है। जिस रोडवेज बसों का पैसेंजर टैक्स जमा नहीं होगा, उसके फिटनेस नहीं किए जाएंगे। इसके अलावा उत्तराखंड रोडवेज पर भी बकाया राशि वसूली के लिए दवाब बनाया जा रहा है। इस व्यवस्था के बाद रोडवेज की बसों की संख्या कम हो जाएगी और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
कोरोना संक्रमण के बाद परिवहन विभाग लगातार राजस्व लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है। सरकार राजस्व वसूली के लिए लगातार स्थानीय परिवहन विभाग पर दबाव बनाए हुए है। परिवहन विभाग बकाया टैक्स वसूली के लिए के छापामार अभियान चला रहा है। इसके लिए दूसरे मंडल के परिवहन अधिकारियों को भेजा जा रहा है। दूसरे मंडल से आए अधिकारियों ने प्राइवेट बसों व अन्य वाहनों के मालिकों से 20 लाख रुपये से अधिक की बकाया राशि वसूल की है। बकाया राशि नहीं देने पर वाहनों को सीज भी किया है। इसी तरह से यूपी रोडवेज ने भी लगभग 80 लाख रुपये पैसेंजर टैक्स जमा नहीं किया है, एक करोड़ से अधिक उत्तराखंड रोडवेज ने भी पैसेंजर टैक्स जमा नहीं किया है। जबकि बकाया राशि जमा करने के लिए रोडवेज प्रबंधन को पत्र भेजा जा रहा है। परिवहन विभाग के अधिकारी टैक्स बकाए में रोडवेज बसों को सीज करने से बच रहे हैं, इसलिए आदेश है कि जिस रोडवेज बस का पैसेंजर टैक्स जमा नहीं होगा, उसका फिटनेस नहीं किया जाएगा। यूपी रोडवेज की प्रत्येक माह 15 बसें फिटनेस कराने के लिए परिवहन विभाग पहुंचती हैं।
बसों का फिटनेस नहीं होने से बसों को चलाया नहीं जा सकता है, जिससे बसों की संख्या कम हो जाएगी, यात्रियों को बसें मिलने पर परेशानी होगी। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) ने बताया कि बकाया राशि वसूली करने के लिए रोडवेज बसों की फिटनेस पर रोक लगा दी गई है। जिस बसों का पैसेंजर टैक्स जमा होगा, उसका ही फिटनेस पत्र जारी किया जाएगा।