UP Police : खाकी फिर हुई दागदार, मुरादाबाद में पहली बार सिपाही को घोषित क‍िया भूमाफ‍िया, पुलिस कर्मी पर दर्ज हैं 10 मुकदमे

अफसर खाकी के दामन पर लगे दाग साफ करने में जुट गए हैं। इसी के चलते जनपद में पहली बार सिपाही को भूमाफिया घोषित करने की कार्रवाई की गई है। मौजूदा समय में सिपाही बिजनौर जनपद में तैनात है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 11:17 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 11:17 AM (IST)
UP Police : खाकी फिर हुई दागदार, मुरादाबाद में पहली बार सिपाही को घोषित क‍िया भूमाफ‍िया, पुलिस कर्मी पर दर्ज हैं 10 मुकदमे
बिजनौर में तैनात सिपाही महेंद्र पाल सिंह को जांच के बाद भूमाफिया घोषित किया गया।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। अफसर खाकी के दामन पर लगे दाग साफ करने में जुट गए हैं। इसी के चलते जनपद में पहली बार सिपाही को भूमाफिया घोषित करने की कार्रवाई की गई है। मौजूदा समय में सिपाही बिजनौर जनपद में तैनात है। सिपाही पर अवैध तरीके से जमीनों में कब्जा करने के साथ ही धमकाने के मामले में लगभग दस मुकदमे दर्ज थे।

सिविल लाइंस थाना पुलिस की जांच रिपोर्ट के बाद तीन दिनों में सिपाही को भूमाफिया घोषित करने के साथ ही शासन को पत्र भेजकर सूचीबद्ध करने के लिए कहा गया है। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के हिमगिरी कालोनी निवासी सिपाही महेंद्र पाल सिंह पुलिस आरक्षी के पद पर तैनात है। मौजूदा समय उनकी तैनाती बिजनौर में हैं। सिपाही पर जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए पिछले एक साल से मृतक किसान शेर सिंह की पत्नी लीलावती अधिकारियों के चक्कर लगा रही थीं। सिपाही को भूमाफ‍िया घोषित किए जाने की मांग को लेकर सीएम कार्यालय में शिकायत भेजने के साथ ही डीएम और एसएसपी में कार्यालय में कई दिनों तक मृतक किसान की पत्नी ने धरना दिया था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले को संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए थे। सिविल लाइंस एएसपी अनिल कुमार यादव के निर्देश पर थाना प्रभारी सहंससर वीर सिंह ने इस मामले की जांच करके 14 जुलाई 2021 को जांच रिपोर्ट एएसपी कार्यालय को भेजी थी। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी पवन कुमार ने सिपाही महेंद्र पाल सिंह को भूमाफिया घोषित करने का आदेश जारी किया। इसके साथ ही उन्होंने शासन को पत्र भेजकर सिपाही को भूमाफिया की सूची में सूचीबद्ध करने की जानकारी दी है। यह जिले का पहला मामला है, जब नौकरी में रहते हुए सिपाही को भूमाफिया घोषित किया गया है। इससे पहले सूबे में केवल जालौन जनपद में साल 2019 में एक सिपाही को भूमाफिया घोषित करने की कार्रवाई जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से की गई थी। जबकि, यह कार्रवाई एसएसपी के द्वारा की गई है।

बिजनौर और मुरादाबाद में दस से अधिक मुकदमे दर्ज : भूमाफिया घोषित किए गए सिपाही महेंद्र पाल सिंह जमीनों पर अवैध कब्जे के लिए कुख्यात था। उसके खिलाफ के मझोला और सिविल लाइंस थाने के साथ ही बिजनौर जनपद के थानों को मिलाकर लगभग दस मुकदमे दर्ज हैं। इन सभी मुकदमे में जमीन पर कब्जा करने के साथ ही लोगों के डराने-धमकाने के मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

हक की लड़ाई में पति की जान गई, बूढ़ी पत्नी ने लड़ी लड़ाई : मझोला थाना क्षेत्र के धीमरी गांव निवासी शेर सिंह ने साल 2015 में मझोला थाने में सिपाही महेंद्र पाल सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे किसान ने आरोप लगाए थे, कि उसकी सवा तीन बीघे जमीन का सौदा 65 लाख रुपये में सिपाही ने साल 2011 में किया था। इसके बाद दस हजार रुपये देकर एग्रीमेंट कराने के बहाने वह किसान को रजिस्ट्री दफ्तर ले जाकर धोखे से बैनामा करा लिया था। कई साल तक किसान शेर सिंह सिपाही के घर के चक्कर काटता रहा, लेकिन उसे पैसा नहीं मिला। वहीं साल 2015 में मझोला थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद 15 दिसंबर 2020 से किसान अपने ही घर में आमरण अनशन पर बैठ गए थे। करीब 24 दिनों तक चले अनशन के बाद किसान शेर सिंह की सात जनवरी 2021 को मौत गई थी। इसके बाद किसान की पत्नी लीलावती ने एसएसपी कार्यालय में शव रखकर प्रदर्शन किया था। पुलिस के आश्वासन के बाद स्वजन वापस चले गए थे। मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। बीते माह मृतक किसान की पत्नी ने दोबारा से धरना प्रदर्शन शुरू किया था, इसके बाद नवागत एसएसपी ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही थी। जांच के बाद मंगलवार को सिपाही महेंद्र सिंह को भूमाफिया घोषित किया गया। वहीं इस कार्रवाई के बाद मृतक किसान की पत्नी ने भी राहत की सांस ली है।

बिजनौर जनपद में तैनात सिपाही महेंद्र पाल सिंह को जांच के बाद भूमाफिया घोषित करने की कार्रवाई की गई है। उसके खिलाफ मुरादाबाद के साथ ही बिजनौर जनपद में भी अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा करने और धमकाने के मामले में मुकदमा दर्ज है।

अनिल कुमार यादव, एएसपी

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