अमरोहा कोतवाली का बवाली बंदर ¨पजरे में हुआ कैद, जटी वन में छोड़ा

मुरादाबाद : पांच दिन से अमरोहा कोतवाली परिसर में उत्पात मचा रहा बंदर मंगलवार की शाम ¨पजरे में कैद कर लिया गया। इसके बाद उसे जटी वन में वन कर्मियों की मदद से छोड़ दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 04:35 PM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 04:35 PM (IST)
अमरोहा कोतवाली का बवाली बंदर ¨पजरे में हुआ कैद, जटी वन में छोड़ा
अमरोहा कोतवाली का बवाली बंदर ¨पजरे में हुआ कैद, जटी वन में छोड़ा

मुरादाबाद : पांच दिन से अमरोहा कोतवाली परिसर में उत्पात मचा रहा बंदर मंगलवार की शाम ¨पजरे में कैद कर लिया गया। वह कोतवाली आने वाले फरियादियों व रास्ते से गुजरने वाले लोगों पर हमला कर रहा था। दोपहर बाद उसे पुलिस ने वन कर्मियों की मदद से जटी वन में छोड़ दिया। पांच दिन पहले किसी मदारी का पालतू बंदर छूट कर कोतवाली पहुंचा

पांच दिन पहले किसी मदारी का पालतू बंदर छूट कर कोतवाली पहुंच गया। पालतू होने के कारण वह पुलिस कर्मियों के इर्द-गिर्द ही रहता था। पुलिस कर्मी भी उसे खाने-पीने के लिए सामान दे देते थे परंतु दो दिन बाद उसने कोतवाली में आने वाले लोगों पर हमला करना शुरू कर दिया। कई बार ऐसा हुआ अचानक बंदर के हमले से घबरा कर लोग भाग गए। इसके साथ ही कामकाज प्रभावित होना शुरू हो गया। राहगीरों पर भी हमला करने लगा था बंदर इसके अलावा बंदर राहगीरों पर भी हमला करने लगा था। सोमवार को उसने एक रिक्शा चालक पर हमला कर दिया। इससे वह जख्मी हो गया। बंदर की हरकतों से पुलिस कर्मी भी परेशान हो गए। लिहाजा उसे पकड़वा कर जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया। इसके सोमवार को ¨पजरा लगवा दिया। सोमवार को तो नहीं बल्कि मंगलवार शाम वह ¨पजरे में कैद हो गया। वन कर्मियों की मदद से जटी वन में छोड़ दिया बंदर बुधवार को दोपहर बाद पुलिस कर्मी पिंजरे में बंद बंदर को लेकर जनपद के ही जटी वन पहुंचे तथा वन कर्मियों की मदद से जटी वन में छोड़ दिया। इसके बाद राहत की सांस ली।

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