केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बोले, टकराव नहीं वार्ता पर भरोसा करती है मोदी सरकार

Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मोदी सरकार टकराव नहीं वार्ता पर भरोसा करती है। उन्होंने यह बात कृषि कानूनों की वापसी कों लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कही। कहा कि यह बड़े लीडर का बड़ा फैसला है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 05:40 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 05:40 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बोले, टकराव नहीं वार्ता पर भरोसा करती है मोदी सरकार
रामपुर के भारत गार्डन में सामूहिक विवाह कार्यक्रम हिस्सा लेने से पहले केंद्रीय मंत्री मीडिया से मुखातिब हुए।

मुरादाबाद, जेएनएन। Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi : केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मोदी सरकार टकराव नहीं, वार्ता पर भरोसा करती है। उन्होंने यह बात कृषि कानूनों की वापसी कों लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कही। कहा कि यह बड़े लीडर का बड़ा फैसला है। अन्नदाताओं के लिए उनकी पूरी संवेदना है। विपक्षी नेता इसमें भी सियासी तड़का लगाने की कोशिश में है।

रविवार को रामपुर के भारत गार्डन में बतौर मुख्य अतिथि सामूहिक विवाह कार्यक्रम हिस्सा लेने से पहले केंद्रीय मंत्री मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि दंगों और दबंगों की सियासत पर मोदी व योगी युग ने विराम लगा दिया है। विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कट ,कमीशन, करप्शन की विरासत और दंगों और दबंगों की सियासत पर मोदी और योगी युग ने विराम लगा दिया है। आगे बोले कि बेईमानों की डकैती, बाहुबलियों की फिरौती पर पूर्ण विराम लगने से बाहुबली बौखलाहट में है।

कहा कि कुछ लोगों का फिर से नागरिकता कानून वापस लेने और 370 बहाल करने का विलाप शुरू हो गया है। कहा कि नागरिकता कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि पाकिस्तान ,अफ़गानिस्तान, बांग्लादेश के पीड़ित-प्रताड़ित हिंदुओं, सिखों आदि अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून है। कहा कि बड़े ही आश्चर्य की बात है कि पाकिस्तान आज हमें अल्पसंख्यकों के अधिकारों का ज्ञान दे रहा है। कहा कि पाकिस्तान में बंटवारे के समय अल्पसंख्यकों की आबादी 24 प्रतिशत रही हो, वहां अब दो प्रतिशत से भी कम हो गई।

अल्पसंख्यकों के हजारों धार्मिक स्थल तबाह कर दिए गए। वह उस भारत को ज्ञान दे रहा, जहां तीन लाख से ज्यादा मस्जिद हैं। अन्य तबकों के साथ अल्पसंख्यकों के धार्मिक, सामाजिक, शैक्षिक, संवैधानिक अधिकारों की समानता है। पाकिस्तान जैसा देश हमें ज्ञान दे, इससे ज्यादा हास्यास्पद और कुछ नहीं हो सकता। कहा कि हिंदुत्व पर सवाल करने वाले हिंदुस्तान की संस्कृति, संस्कार को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं।

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