सड़क हादसे में जिले के दो युवकों की मौत से पसरा सन्नाटा, होली के त्योहार पर लौट रहे थे घर वापस

बुलंदशहर जनपद के थाना जहांगीराबाद में हुए एक सड़क हादसे में संभल जिले के थाना गुन्नौर क्षेत्र के गांव दुबारी कला के रहने वाले दो युवकों की मौत हो गई। जबकि उनका एक साथी घायल हो गया। नोएडा से घर को वापस लौट रहे थे।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Sun, 28 Mar 2021 09:09 PM (IST) Updated:Sun, 28 Mar 2021 09:09 PM (IST)
सड़क हादसे में जिले के दो युवकों की मौत से पसरा सन्नाटा, होली के त्योहार पर लौट रहे थे घर वापस
तीनों लोग बाइक से होली के मौके पर नोएडा से घर को वापस लौट रहे थे।

मुुरादाबाद, जेएनएन।  बुलंदशहर जनपद के थाना जहांगीराबाद में हुए एक सड़क हादसे में संभल जिले के थाना गुन्नौर क्षेत्र के गांव दुबारी कला के रहने वाले दो युवकों की मौत हो गई। जबकि उनका एक साथी घायल हो गया। तीनों लोग बाइक से होली के मौके पर नोएडा से घर को वापस लौट रहे थे।

थाना क्षेत्र के गांव दुबारी कला निवासी इंद्रजीत का बेटा संजीव गुप्ता (22), शिवनंदन का बेटा शिवम (22) तथा मुनेंद नोएडा की एक कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर काम करते थे। होली के मौके पर तीनों बाइक के जरिए नोएडा से घर की ओर लौट रहे थे। स्वजनों ने बताया कि जब वह बाइक से अनूपशहर बुलंदशहर मार्ग पर पहुंचे तभी एक प्राइवेट बस ने बाइक में टक्कर मार दी, जिससे तीनों लोग सड़क पर गिर गए, जिसमें संजीव व शुभम की मौत हो गई। जबकि मुनेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई, जिसने मृतकों की शिनाख्त कर स्वजनों को घटना की जानकारी दी। हादसे में एक साथ दो युवाओं की मौत की खबर से गांव में खलबली मच गई, जिससे वहां पर सन्नाटा पसर गया। स्वजनों का रो रोकर बुरा हाल था। स्वजन भी घटना स्थल पर पहुंच गए।

सड़क हादसे में हुई दोनों की एक साथ मौत से गांव में पसरा मातम

 संजीव और शिवम अपने परिवार में दो दो भाई थे। संजीव और शिवम ने प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव से और आईटीआई बबराला से उत्तीर्ण की थी। उसके बाद घर के हालात ठीक नहीं थे। स्वजनों की आर्थिक मदद करने के इरादे से यह दोनों गांव के तीसरा साथी मुनेंद्र के साथ काम के लिए नोएडा चले गए। जहां एक कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर तैनात हो गए। जिन्हें लगभग एक वर्ष हो चुका था। स्वजनों ने बताया कि वह होली का त्योहार मनाने के लिए वह घर आ रहे थे, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। उनके लिए रविवार का दिन उनकी जिंदगी का अंतिम दिन था। हादसे के बाद गांव में स्वजन व अन्य ग्रामीण भी गली मोहल्लों में बैठकर उन बच्चों की ही चर्चा कर रहे हैं की वह अपने परिवार के होनहार बच्चे थे। इतना ही नहीं उनका व्यवहार बहुत सराहनीय रहता था। उनकी मौत की सूचना जब गांव वालों को लगी तो गांव की हर गली और मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया। ग्रामीणों को यकीन नहीं हो रहा था एक साथ दोनों की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

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जुनावई: मृतक शिवम की बहन नीरज कुमारी अपने भाई की मौत की खबर के बाद अपने को संभाले से नहीं संभल पा रही थी। वह रो रो कर अपने भाई की वह यादें बयां कर रही थी जो अक्सर भाई-बहन के बीच में होती थी। क्योंकि बहन का प्यार भाई को इतना था कि नोएडा से फोन करते समय अपनी बहन का हाल-चाल जरूर लेता था। होली के त्योहार पर बहन ने अपने भाई से शनिवार को भी बात की थी तो भाई ने कहा था कि मैं रविवार दोपहर तक घर पर आ जाऊंगा। इसी बात को याद करके बहन दहाड़े मार-मारकर रो रही थी। घर पर आने जाने वालों का तांता लगा हुआ था, लेकिन हर किसी के आने पर मैं अपने भाई के बारे में पूछ रही थी कि अभी तक मेरा भाई क्यों नहीं आया।

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