बिना शोर किए ब्रिज के ऊपर से दौड़ती चली जाएंगी ट्रेनें

मुरादाबाद,जासं : पुल से ट्रेन के गुजरते समय बहुत तेज शोर होता है। रेलवे पुलों की मरम्मत इस प्रकार स

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 09:00 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 09:00 PM (IST)
बिना शोर किए ब्रिज के ऊपर से दौड़ती चली जाएंगी ट्रेनें
बिना शोर किए ब्रिज के ऊपर से दौड़ती चली जाएंगी ट्रेनें

मुरादाबाद,जासं : पुल से ट्रेन के गुजरते समय बहुत तेज शोर होता है। रेलवे पुलों की मरम्मत इस प्रकार से करेगा कि ट्रेन सामान्य गति से बिना शोर किए ही गुजर जाएगी। मुरादाबाद रेल मंडल में ऐसे 63 ब्रिज चिह्नित किये हैं, जिन्हें मरम्मत करने के साथ अपडेट किया जाएगा।

रेलवे प्रशासन ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए रेललाइन व पुलों के सुधार के लिए लगातार काम कर रहा है। जहां रेलवे लाइन सुधार का अधिकांश कम हो चुका है, वहां ब्रिज सुधार व मरम्मत का काम शुरू होगा। उत्तर रेलवे मुरादाबाद रेल मंडल ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में चार सौ किलोमीटर रेललाइन को बदलने व मरम्मत करने का काम किया है। इससे सहारनपुर से लखनऊ तक मालगाड़ी की औसत गति 30 से बढ़कर 50 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। जबकि यात्री ट्रेन का औसतन 65 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से संचालन हो रहा है। अब मुरादाबाद रेल मंडल को बची हुई रेललाइन बदलने से साथ पुराने ब्रिज की मरम्मत व अपडेट करने का काम सौंपा गया है।

मंडल रेल प्रशासन ने चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में ब्रिज पर काम करने के लिए योजना तैयार की है। मंडल के सभी पुराने छोटे-बड़े मिलाकर 63 ब्रिज चिह्नित किए हैं। इसमें अधिकांश ब्रिज के शू बदले जाने हैं और शौकर सिस्टम लगाए जाएंगे। इसके बाद पुल से ट्रेन के सौ किलोमीटर प्रति घंटा से गुजरने पर भी यात्रियों को शोर या खटखट की आवाज सुनाई नहीं देगी। इसके अलावा ब्रिज के ऊपर की रेललाइन व स्लीपर भी बदलने के साथ रंगाई-पुताई आदि कार्य होंगे। इस कार्य के लिए रेल मंडल को 20 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।

प्रवर मंडल अधीक्षण अभियंता (सी) नीरज कुमार ने बताया कि मंडल में चालू वित्तीय वर्ष में 63 ब्रिज को चिह्नित किया गया है, जिनकी मरम्मत व अपडेट करने का लक्ष्य है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए इंजीनियरिग विभाग की टीम ने तैयारी शुरू कर दी है।

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