गोकशी रोकने में फेल दो प्रभारी निरीक्षकों समेत तीन लाइन हाजिर Moradabad News

पाकबड़ा थाने की कमान महिला निरीक्षक को मिली गजेंद्र बने कटघर के नए प्रभारी निरीक्षक। निरीक्षक देवेेंद्र सिंह भी कप्तान ने दिया मौका संदीप छजलैट के बाद कुंदरकी के थानाध्यक्ष बने।

By Edited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 02:39 AM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 06:40 PM (IST)
गोकशी रोकने में फेल दो प्रभारी निरीक्षकों समेत तीन लाइन हाजिर Moradabad News
गोकशी रोकने में फेल दो प्रभारी निरीक्षकों समेत तीन लाइन हाजिर Moradabad News

मुरादाबाद,जेएनएन।  एसएसपी अमित पाठक ने लगातार शिकायतेें मिलने पर तीन प्रभारी निरीक्षकों को लाइन हाजिर कर दिया। इनमें दो प्रभारी निरीक्षक गोकशी रोकने में पूरी तरफ से फेल रहे।  

कटघर के प्रभारी निरीक्षक निरीक्षक देवेश सिंह को लाइनहाजिर करके उनके स्थान पर मुगलपुरा के प्रभारी निरीक्षक गजेंद्र सिंह को इनाम मिला है। थाना कटघर क्षेत्र में टाइल्स कारोबारी के यहां हुई डकैती को चोरी में दर्ज कराने के बाद से ही देवेश सिंह से सीनियर अफसर नाराज थे। उनकी और भी कुछ शिकायतें कप्तान तक पहुंची थीं। सीएए को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान गजेंद्र सिंह ने लोगों को मैनेज करने में अच्छी भूमिका निभाई। पाकबड़ा के प्रभारी निरीक्षक पद से हटाकर लाइन बुलाए गए सुरेन्द्रपाल सिंह के हटने की वजह उनके थाने में लेनदेन की वीडियो बनी। गोकशी रोकने में भी उन्होंने मजबूत कार्रïवाई नहीं की। प्रभारी निरीक्षक गलशहीद के पद से हटाए गए अजीत रोरिया गोकशी रोकने में पूरी तरह नाकाम रहे। उन्होंने थाने के रूटीन के काम भी रुचि नहीं ली। एसएसपी ने थाना सिविल लाइंस की निरीक्षक अपराध रजनी द्विवेदी को पाकबड़ा थाने की कमान सौैंपी है। निरीक्षक देवेन्द्र सिंह, प्रभारी न्यायालय सुरक्षा से प्रभारी निरीक्षक मुगलपुरा की जिम्मेदारी दी गई है। गजेन्द्र सिंह प्रभारी निरीक्षक मुगलपुरा से प्रभारी निरीक्षक कटघर बनाया गया है। हाल ही मैैं कुंदरकी में तैनात किए गए निरीक्षक अजयपाल सिंह अब प्रभारी प्रभारी निरीक्षक गलशहीद के पद पर तैनात किया है। उप निरीक्षक संदीप कुमार, प्रभारी चौकी मण्डी चौक, थाना कोतवाली पर कप्तान ने थानाध्यक्ष कुन्दरकी नियुक्त किया है। इससे पहले वह छजलैट के थानाध्यक्ष रह चुके हैैं। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि लाइन हाजिर होने वाले प्रभारी निरीक्षकों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। सीनियर की फीडबैक भी इन्हें लेकर ठीक नहीं थी। हालांकि यह सब रुटीन का बदलाव है।  

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