डकैतों का कहर : मुरादाबाद में तीन घरों में डाका, दो लोगों को मारी गोली

मुरादाबाद के मझोला थाने के खदाना में नकाबपोश बदमाशों ने धावा बोल दिया। तीन घरों में डकैती के साथ गांव के चौकीदार व उसके भाई को गोली मार दी और वृद्धा का गला घोंटने की कोशिश की।

By RashidEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 04:36 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 04:36 PM (IST)
डकैतों का कहर : मुरादाबाद में तीन घरों में डाका, दो लोगों को मारी गोली
डकैतों का कहर : मुरादाबाद में तीन घरों में डाका, दो लोगों को मारी गोली

मुरादाबाद, जेएनएन। मझोला थाना क्षेत्र के खदाना गांव में नकाबपोश बदमाशों ने जबरदस्त कहर बरपाया। उन्होंने तीन घरों में डाका डाला और विरोध पर चौकीदार व उसके भाई को गोली मार दी। आठ बदमाशों ने करीब डेढ़ घंटे तक लूटमार की। वह नकदी व जेवर लूट कर फरार हो गए। हैरानी यह है कि खदाना चौकी से दो सौ मीटर की दूरी पर घटना हुई और गोलीबारी होने के बाद भी पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे।

नकाबपोश आठ बदमाशों ने की लूटपाट 

खदाना गांव के रहने वाले मजदूर सुरेंद्र ने बताया कि मंगलवार की रात करीब 11 बजे सपरिवार घर के बरामदे में वह सोया था। तभी छह नकाबपोश उसके पास पहुंचे और दो बदमाश आगे बढ़े। उन्होंने पीठ व सीने पर तमंचा व चाकू सटा दिया और नकदी व जेवर निकालने को कहा। दो अन्य बदमाश घर की चाहरदीवारी के दरवाजे पर खड़े दिखे। बदमाशों की घेरेबंदी पर वह जान बख्शने के लिए गिड़गिड़ाने लगा। इसके बाद तीन बदमाशों ने घर में घुसकर संदूक टटोला। घर से छह हजार रुपये नकदी व चांदी के जेवर बदमाशों ने लूय लिए। आधे घंटे बाद छह बदमाश दूसरे घर की ओर आगे बढ़ गए, जबकि दो बदमाश सुरेंद्र की निगरानी कर रहे थे।

बदमाशों ने वृद्धा का गला दबाया

सुरेंद्र के घर से महज सौ मीटर दूर गांव के ही नानक चंद के घर बदमाश पहुंचे। वहां नानक चंद की वृद्ध मां माया देवी घर के बरामदे में चारपाई पर सोई थीं। बदमाशों ने वृद्धा को जगाया। शोर सुन नानक चंद कमरे से बाहर निकले तो बदमाशों ने उसका गला दबा दिया। फिर बदमाश नानक चंद की संदूक की ओर बढ़े। उसमें रखी सोने की अंगूठी, हसली व चांदी के जेवर लूट लिए। रात करीब 12 बजे तक बदमाश नानक चंद के घर पर जमे रहे। इसके बाद यहां से सौ मीटर दूर कल्लो पत्नी स्व. विजयभान की चाहरदीवारी फांद कर बदमाश उनके घर में दाखिल हो गए। यहां कल्लो देवी व उसकी दस वर्षीय बेटी कविता व पुत्र गौतम बरामदे में सोये थे। बदमाशों की आहट से कविता की नींद टूट गई और उसने मां को जगाया। तब तक बदमाशों ने कल्लो देवी पर तमंचा तान दिया। इसके बाद जेवर व रुपये निकालने को कहा। सहमी महिला ने घर का ताला खोल कर बाक्स में रखे दस हजार रुपये व जेवर बदमाशों के सुपुर्द कर दिया। 

चौकीदार और भाई को मारी गोली 

इस बीच कविता ने शोर मचाया। शोर सुन बगलगीर व चौकीदार लालसिंह मौके पर पहुंचा। वहां चौकीदार को देखते ही बदमाशों ने फायर झोंक दिया। पीछे से आए लालसिंह के छोटे भाई घनश्याम को भी बदमाशों ने गोली मारी। लालसिंह के दाहिने व घनश्याम के बाएं पैर में गोली लगी। गोली की आवाज सुनते ही ग्रामीणों के बीच अफरातफरी मच गई। इसके तत्काल बाद बदमाश भाग निकले।

शोर मचाने पर भी नहीं आई पुलिस 

चौकीदार के मुताबिक घटना स्थल से चंद कदम दूर खदाना चौकी की पुलिस खड़ी थी। ग्रामीणों की चीख पुकार करते रहे। डकैतों को पकडऩा तो दूर पीडि़तों की मदद में भी पुलिस कर्मी आगे नहीं बढ़े। मझोला थाने के इंस्पेक्टर क्राइम सुनील ने बताया कि वहां डाका नहीं है। बदमाशों की चौकीदार से मुठभेड़ हुई थी। उसको गोली मारी है। हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है।

दवा के लिए पैसे भी नहीं छोड़े 

नानकचंद की पत्नी राधा डकैतों के दुस्साहस से सहम गई थी। डकैतों के हाथ पांच सौ की एक नोट लगी। यह देख राधा बिलख उठी। डकैतों के सामने हाथ जोड़ कर उसने कहा कि उसकी छह माह की बेटी सपना बीमार है। नकदी के नाम पर घर में सिर्फ यही पांच सौ रुपये बचे हैं। राधा की गुहार से डकैतों का दिल पसीज उठा, बदमाश सिर्फ जेवर लेकर चलते बने। 

दिव्यांग बच्चों पर भी नहीं आई दया 

डकैतों ने जिन तीन घरों को टारगेट बनाया, उनमें से दो घरों के तीन बच्चे दिव्यांग हैं। उन पर भी डकैतों ने रहम नहीं की। सोए बच्चों को जगाकर लूटपाट की गई। हिदायत दी गई कि यदि जरा भी आवाज की तो जान गंवानी होगी।

चौकीदार ने डकैतों से पूछा पकड़ लिया चोर

महिलाओं व बच्चों की चीख पुकार सुन चौकीदार लाल सिंह बदहवासी के हाल में घर से निकला। जब वह कल्लो देवी के दरवाजे पर दौड़ते हुए पहुंचा तो दो नकाबपोश वहां खड़ा मिले। बदमाशों को पहचानने में विफल लाल सिंह ने उनसे ही पूछ लिया कि क्या तुम लोगों ने चोर पकड़ लिया है। चौकीदार के इस सवाल से तिलमिलाए बदमाशों ने उसे निशाना बनाकर फायर झोंक दिया। पांव में गोली लगते ही चौकीदार समझ गया कि सामने खड़े बदमाश ग्रामीण नहीं बल्कि डकैत हैं। 

अपने मच्छर देखें या बुढिय़ा तेरे 

नानक चंद के घर के बरामदे में पहुंचे बदमाशों ने मच्छरदानी के भीतर सोई उसकी मां माया देवी को जगाया। रात के वक्त नींद में खलल व मच्छरदानी हटने से तिलमिलाई वृद्धा ने डांट कर कहा कि अरे मच्छर घुस जाएंगे, मच्छरदानी नीचे करो। तब बदमाशों ने कहा कि बुढिय़ा चुप कर। पहले हम तेरे मच्छर देखें या फिर अपने। 

पुलिस को लगता है डकैतों से डर

मुरादाबाद पुलिस डकैतों का सीधा सामना करने से डरती है। आप को यदि यकीन न हो तो गौर करें उस चौकीदार के दावे पर, जो खदाना गांव में मंगलवार की रात घटना का चश्मदीद रहा। चौकीदार लाल सिंह के मुताबिक क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि के कारण ही एक वर्ष पहले खदाना गांव में पुलिस चौकी स्थापित की गई। दो पुलिस कर्मी हर वक्त चौकी पर तैनात रहते हैं। मंगलवार की रात गांव में शोर सुन वह घटना स्थल की ओर लपका। घटना स्थल पर पहुंचते ही बदमाशों ने उसे और उसके छोटे भाई गोली मार दी। बदमाशों के भागने के कुछ देर बाद घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हुई। इस बीच कांस्टेबल सोनू भी मौके पर पहुंचा। पूछताछ में उसने कहा कि वारदात के वक्त सहकर्मियों के साथ घटना स्थल से वह महज चंद कदम ही दूर अंधेरे में खड़ा था। ग्रामीणों ने दो टूक कहा कि निहत्था होने के बाद भी चौकीदार घटना स्थल पर पहुंचा जबकि हथियारबंद पुलिस मूक दर्शक बनी रही।

पुलिस को बड़ा दर्द दे गए डकैत

मझोला थाना क्षेत्र के खदाना गांव में तीन घरों में डाका डाल कर डकैतों ने पुलिस को बड़ा दर्द दिया है। यही वजह है कि डकैती की घटना कबूल करने से भी पुलिस कतरा रही है। खदाना गांव से महज पांच किमी दूर पाकबड़ा थाना क्षेत्र के पाट की मिलक निवासी हरि सिंह की मकान में बदमाशों ने आठ नवंबर की रात में डाका डाला। दीपावली के ठीक बाद बदमाशों ने हरि सिंह के घर से करीब पांच लाख रुपये के नगदी व जेवर की लूटपाट की। घटना प्रकाश में आते ही पुलिस के होश उड़ गए। वारदात में 13 से 14 बदमाशों के शामिल होने की बात प्रकाश में आई। दुस्साहस से भरी इस घटना ने पुलिस के आलाधिकारियों के दिलो दिमाग पर इस कदर दबाव डाला कि बरेली जोन केएडीजी प्रेम प्रकाश को भी मौके पर आना पड़ा। पीडि़तों से पूछताछ में उन्होंने पुलिस की विफलता स्वीकार की। इसके दूसरे ही दिन कुंदरकी थाना क्षेत्र में भी लूटपाट की घटना आम हुई। 

कारगर नहीं हुई एडीजी की चेतावनी

पाट की मिलक निवासी हरि सिंह के घर पहुंचे एडीजी प्रेम प्रकाश ने मातहतों को चेतावनी देते कहा कि डकैतों को तीन दिन के भीतर तलाशना होगा। इसमें लापरवाही कतई क्षम्य नहीं होगी लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ। डकैती की सिलसिलेवार घटनाओं से पुलिस की किरकिरी होने लगी। अभी दोनों घटनाओं में शामिल बदमाशों को पुलिस तलाश भी नहीें पाई थी कि मझोला की घटना व इसमें पुलिस की भूमिका ने खाकी की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

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