मुरादाबाद की तीन बालिकाओं ने राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में लहराया परचम, भारतीय टीम के ट्रायल के लिए हुआ चयन

Moradabad Girls in Shooting भोपाल में आयोजित 64वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में हिमगिरी निवासी श्वेता पाल कांशीराम नगर निवासी दो सगी बहनें वंशिका विश्नोई और अंशिका विश्नोई ने जिले व प्रदेश का नाम रोशन किया है। तीनों शूटिंग खिलाड़ियों का भारतीय टीम के ट्रायल में चयन हो गया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 03:35 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 03:35 PM (IST)
मुरादाबाद की तीन बालिकाओं ने राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में लहराया परचम, भारतीय टीम के ट्रायल के लिए हुआ चयन
श्वेता पाल व दो सगी बहनें वंशिका व अंशिका ने दस मीटर एयर रायफल दिखाई प्रतिभा

मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Girls in Shooting : भोपाल में आयोजित 64वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में हिमगिरी निवासी श्वेता पाल, कांशीराम नगर निवासी दो सगी बहनें वंशिका विश्नोई और अंशिका विश्नोई ने जिले व प्रदेश का नाम रोशन किया है। तीनों शूटिंग खिलाड़ियों का भारतीय टीम के ट्रायल में चयन हो गया है। दस मीटर एयर रायफल में निशाना लगाने वाली तीनों खिलाड़ियों में श्वेता पाल को 608, वंशिका विश्नोई को 601 और अंशिका विश्नोई को 597.1 अंक मिले हैं। दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के ट्रायल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। तीनों ने 25 नवंबर से शुरू हुई चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था। यह चैंपियनशिप दस दिसंबर तक आयोजित होगी। कोच मुकुल टंडन ने बताया कि तीनों ही खिलाड़ी निशानेबाजी में होनहार हैं। इन्होंने उसी इवेंट में परचम लहराया है जिसमें ओलिंपिक में अभिनव बिंद्रा स्वर्ण पदक जीता था। अंशिका और वंशिका के पिता राजीव विश्नोई ने इनकी उपलब्धि पर हर्ष जताया है।

राजस्थान से स्वर्ण पदक जीतकर लौटींं दोनों सगी बहनें : राजस्थान में हुई थर्ड नेशनल गेम में लदावली गांव की दो बहनों ने परचम लहराया है। दोनों ने अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराकर स्वर्ण पदक जीते हैं। सोमवार को गांव आने पर ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। इंडियन यूथ स्पोर्ट्स एसोसिएशन के तत्वावधान में थर्ड नेशनल गेम्स राजस्थान के जैसलमेर में हुई थी। कुश्ती प्रतियोगिता में मुरादाबाद जनपद के लदावली गांव के करतार सिंह पहलवान की दो बेटियों ने भी हिस्सा लिया। इसमें उनकी बड़ी बेटी मुस्कान कसाना ने अपनी प्रतिद्वंद्वी हरियाणा की पहलवान को हराकर स्वर्ण पदक जीता है, जबकि छोटी बहन राशिया कसाना ने अपनी प्रतिद्वंद्वी दिल्ली की खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक जीता है।

दूसरी तरफ बालक वर्ग में 82 किग्रा में अगवानपुर के अक्षय कोहली ने अपने प्रतिद्वंद्वी महाराष्ट्र के खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक जीता तथा 65 किग्रा में सेरुआ धर्मपुर के अभय चौधरी ने अपनी प्रतिद्वंद्वी महाराष्ट्र के खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक जीतकर अपने जनपद ही नहीं प्रदेश का नाम रोशन किया है। खिलाड़ियों के घर पहुंचे पर लदावली गांव में ग्रामीणों ने खिलाड़ियों का स्वागत कर उनका हौसला बढ़ाया। कोच करतार सिंह पहलवान ने बताया कि दोनों बहनों ने अपनी लगन और मेहनत के बल पर यह मुकाम हासिल किया है।

पिता की प्रेरणा से कुश्ती में भर रहीं दमः पहलवान पिता से प्रेरणा लेकर मुस्कान कसाना व राशिया कसाना पहलवान बनी हैं। यही नहीं गांव की अन्य बालिकाओं को भी कुश्ती लड़ने के लिए जागरूक करती हैं। जिले के लदावली गांव की रहने वाली स्वर्ण पदक विजेता मुस्कान कसाना कक्षा 11 व छोटी बहन राशिया कसाना कक्षा आठ की छात्रा हैं। इनके पिता करतार सिंह पहलवान के साथ ही अध्यापक भी हैं। उन्हीं से कुश्ती खेलने की प्रेरणा मिली। जिसके लिए सुबह उठकर पहले दौड़ लगाती हैं और उसके बाद पिता द्वारा गांव में खोले गए अखाड़े में दोनों बहनें कुश्ती का अभ्यास करती हैं। पिता करतार सिंह पहलवान का कहना है कि वह भी नेशनल स्तर पर कुश्ती खेल चुके हैं। बेटियों के कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने पर बहुत खुश हूं। वहीं दूसरी तरफ अक्षय कोहली स्नातक के छात्र हैं। पढ़ाई के साथ ही कुश्ती में दम भरने को सुबह दौड़ लगाते हैं और कुश्ती का अभ्यास करते हैं। सेरूआ धर्मपुर गांव निवासी अभय चौधरी के पिता सतवीर सिंह किसान हैं।

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