ट्रेन के सफर में चादर-कंबल ले जाने की अब नहीं होगी जरूरत, जानें कब से एसी कोच में मिलना शुरू होंगे बेड रोल
Bed sheets blankets in train ट्रेन के एसी काेच में सफर करने वाले यात्रियों को जल्द ही पहले की तरह नई चादर व कंबल मिलना शुरू हो जाएंगे। उत्तर रेलवे महाप्रबंधक के आदेश पर मंडल रेल प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Bed sheets blankets in train : ट्रेन के एसी काेच में सफर करने वाले यात्रियों को जल्द ही पहले की तरह नई चादर व कंबल मिलना शुरू हो जाएंगे। उत्तर रेलवे महाप्रबंधक के आदेश पर मंडल रेल प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना संक्रमण फैलने के बाद मार्च 2020 में ट्रेनों के एसी कोच से पर्दे हटा दिए गए थे। यात्रियों को बेड रोल (चादर, कंबल व तकिया) की सुविधा भी बंद कर दी गई थी। जून 2020 से स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया, लेकिन एसी में चलने वाले यात्रियों को अपने साथ चादर कंबल लेकर चलना पड़ रहा है।
रेल बोर्ड ने 15 नवंबर 2021 से नियमित स्पेशल ट्रेन के नंबर बदलने के साथ किराया भी पहले की तरह लेना शुरू कर दिया है। हालांकि, अभी तक बेड रोल नहीं दिया जा रहा है। उत्तर रेलवे के मुख्य चल सामग्री अभियंता (स) शैलेंद्र सिंह ने प्रवर मंडल यांत्रिक अभियंता (सीएंडडब्ल्यू) दिल्ली, मुरादाबाद, फिरोजपुर, लखनऊ, अंबाला को पत्र भेजा है। इसमें उत्तर रेलवे महाप्रबंधक आशुतोष गंगल द्वारा 17 नवंबर को जारी आदेश का हवाला देते हुए कहा कि ट्रेनों के एसी कोच में पहले की तरह यात्रियों को बेड रोल दिए जाने हैं।
सभी मंडल कोरोना से पहले वाले चादर, कंबल तकिया को हटा दें, उसके स्थान पर नए चादर कंबल की व्यवस्था कर ली जाए। कोविड गाइड लाइन के अनुसार यात्री द्वारा प्रयोग किए गए चादर की धुलाई करने के बाद दूसरे यात्रियों को दिया जाएगा। जहां से ट्रेन चलती है, वहां ट्रेन के वापस लौटने पर कंबल की गर्म हवा में सफाई की जाएगी। प्रत्येक 15 दिन पर कंबल की धुलाई होगी। सफाई व धुलाई के लिए निविदा आमंत्रित कर लें।
मुरादाबाद रेल मंडल द्वारा देहरादून से चार, हरिद्वार से दो और बरेली के छह ट्रेनों का संचालन किया जाता है। इन स्टेशनों पर चादर कंबल को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन ने बताया कि यांत्रिक विभाग पुराने चादर व कंबल को हटाने का काम शुरू कर दिया है। हालांकि, एसी कोच में कंबल व चादर कब से दिए जाने हैं, इस संबंध में आदेश नहीं मिला है।