वाट्सएप ग्रुप में लड़कियों की तस्वीरें डालकर लगाई जाती थी कीमत, सामने आई देह व्यापार की चौंकाने वाली सच्चाई
Interstate Body trade gang मुंबई से कुछ साल काम करने के बाद राना दिल्ली आ गया था। इसके बाद उसे रिया नाम की लड़की मिली थी। जो पहले से इस काम को कर रही थी। इसके बाद उसने रिया के साथ शादी कर ली थी।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Interstate Body trade gang : सिविल लाइंस थाना पुलिस के द्वारा पकड़े गए देह व्यापार के आरोपित राणा शेख बीते कई वर्षों से दिल्ली में काम कर रहा था। वह खुद भी पहले राजमिस्त्री का काम करता था। पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल के कोलकाता के छोटे से गांव में राजमिस्त्री का काम सीखकर करीब 10 साल पहले मुंबई गया था। वहां पर कुछ साल काम करने के बाद वह दिल्ली आ गया था। इसके बाद उसे रिया नाम की लड़की मिली थी। जो पहले से इस काम को कर रही थी। इसके बाद उसने रिया के साथ शादी कर ली थी। इसके बाद दोनों मिलकर देह व्यापार करने लगे।
मजदूरी करने के चलते आरोपित के संपर्क में कई मजदूर परिवारों की लड़कियां थीं। वह उन्हें पैसे का लालच देकर देह व्यापार के लिए भेज देता था। हालांकि आरोपित राणा शेख बहुत पढ़ा-लिखा नहीं है। उसने पुलिस को बताया कि पैसे का लेन-देन का काम उसकी पत्नी करती थी। बैंक खाता भी उसी के नाम पर है, जिसमें डील के बाद पैसे भेजे जाते थे।
ग्रुप में कम उम्र की लड़कियों की फोटो डालकर लगती थी बोली : आरोपित ने बताया कि वाट्सएप ग्रुप में अलग-अलग राज्यों के लोगों को जोड़ा जाता था। पुलिस की पकड़ में न आए, इसके लिए हर दिन नए ग्रुप को बना लिया जाता था। ग्रुप में लड़कियों की फोटो सुबह डाली जाती थी, इसके बाद उसकी बोली लगाई जाती थी। जो एजेंट सबसे ज्यादा पैसे देता था, उसके पास लड़कियां भेज दी जाती थीं। आरोपित ने बताया कि वह 13 से 30 साल तक की लड़कियों को संपर्क में रखता था।
झांसा देने के लिए खोल रखी थी मोबाइल की दुकान : आरोपित राणा शेख ने लोगों की नजरों से बचने के लिए दिल्ली के बुद्ध विहार में एक मोबाइल की दुकान खोल रखी थी। ताकि लोग उसे मोबाइल विक्रेता समझे। जबकि मोबाइल दुकान की आड़ में वह देह व्यापार कर रहा था। दुकान में आने-जाने वाली लड़कियों और लड़कों से भी वह संपर्क करने की कोशिश करता था, कई बार वह इसमें सफल भी हो गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह देह व्यापार से महीने में करीब डेढ़ से दो लाख रुपये कमाता था। वहीं उसके एक एजेंट सभी खर्च काटकर तीन हजार रुपये देते थे। यह पैसे केवल लड़कियों से संपर्क कराने के लिए उसे दिए जाते थे। जबकि शेष रकम लड़कियों और एजेंट के बीच बंट जाती थी।