फौजी के माता और पिता बोले- हमसे ज्यादा देश को तुम्हारी जरूरत है राहुल

पुलवामा में आतंकी हमले में सैनिकों के शहीद होने पर सारा देश गम व गुस्से में है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 01:47 AM (IST) Updated:Sat, 16 Feb 2019 07:10 AM (IST)
फौजी के माता और पिता बोले- हमसे ज्यादा देश को तुम्हारी जरूरत है राहुल
फौजी के माता और पिता बोले- हमसे ज्यादा देश को तुम्हारी जरूरत है राहुल

अमरोहा (अनिल वर्मा)। पुलवामा में आतंकी हमले में सैनिकों के शहीद होने पर सारा देश गम व गुस्से में है। हमले के दौरान पुलवामा में तैनात फौजियों के परिजनों को चिंता तो है लेकिन अपने बेटे को देश के लिए काम आने की नसीहत दे रहे हैं। डिडौली निवासी डॉ. हरिओम शर्मा व उनकी पत्नी सरोज देवी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उनका बेटा पुलवामा में दुश्मनों के सफाये के लिए फौजी के रूप में देश सेवा कर रहा है। फौजी राहुल शर्मा की पत्नी ङ्क्षचतित तो है, लेकिन खुद को फौजी की पत्नी कहलवाने में गर्व महसूस करती हैं। गुरुवार रात को राहुल ने माता-पिता व पत्नी से फोन पर बात की। माता-पिता ने कहा कि राहुल तुम देश के बेटे हो। हमसे ज्यादा तुमको देश की जरूरत है। अपना फर्ज पूरा करने में पीछे मत हटना।

हमले की जानकारी मिलते ही चिंतित हो गया परिवार

गुरुवार दोपहर जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जानकारी मिली, तो डिडौली निवासी डॉ. हरिओम शर्मा का परिवार चितिंत हो गया। परिवार में पत्नी सरोज देवी, पुत्रवधु शर्मिष्ठा, पौत्र आदित्य व पौत्री ग्रेसी शर्मा के साथ ही छोटे पुत्र अभिषेक ने एक-एक कर फौरन जम्मू कश्मीर फोन लगाना शुरू कर दिया। वहां पर इस परिवार का बेटा राहुल शर्मा बीएसएफ जवान के रूप में देश की सेवा कर रहा है। देर रात तक राहुल से बात नहीं हुई तो परिजन बैचेन हो गए। लगभग एक बजे राहुल की कॉल आई तो परिजनों ने बात की तथा कुशलक्षेम पूछी। उसके बाद राहत की सांस ली। राहुल शर्मा वर्ष 2004 में बीएसएफ में भर्ती हुए। फिलहाल वह लांसनायक के पद पर पुलवामा के पंथ चौक पर तैनात हैं। छुट्टी बिता कर दो फरवरी को ही घर से ड्यूटी पर पहुंचे राहुल की ड्यूटी घटना स्थल से दो किमी दूर थी। शुक्रवार सुबह परिजनों ने राहुल शर्मा को फिर से फोन किया तथा वहां के हालात पूछे। इस बारे में उनके पिता पं. हरिओम शर्मा ने बताया कि बातचीत में राहुल ने बताया कि अब सेना की टुकडिय़ां आपरेशन सर्च चला रही हैं। राहुल भी शुक्रवार सुबह ड्यूटी पर निकल गए हैं। बोले ङ्क्षचता तो रहती ही है। देश सेवा कर रहा है मेरा राहुल। यह गर्व की बात है हमारे लिए।

जरूरत पड़ी तो दूसरा बेटा भी फौज में भेज दूंगा

पुलवामा में हुई घटना बेहद अफसोसनाक है। जरूरत पड़ेगी तो दूसरा बेटा भी फौज में भर्ती करा दूंगा। मुझे गर्व है कि में फौजी का पिता हूं। बेटे से बोल दिया है कि वह घर की ङ्क्षचता न करे। उसके लिए सारा देश परिवार है। वह बहादुर है और मैंने उसे देश को सौंप दिया है।

डॉ. हरिओम शर्मा, पिता

फौजी की मां कहलाना गर्व की बात

हमले की खबर सुनकर ङ्क्षचतित तो हुई थी, लेकिन गर्व भी है कि लोग मुझे राहुल फौजी की मां कहकर बुलाते हैं। बेटे से सुबह भी फोन पर बात हुई थी। कह दिया है कि बेटा अपना फर्ज पूरा करना। तेरे लिए अब देश सर्वोपरि है। किसी भी मोर्चे पर विचलित होने की जरूरत नहीं है।

सरोज देवी, मां।

पापा दुश्मनों को गोली मार देना

फौजी की पत्नी बनने का सौभाग्य सभी को नहीं मिलता। मुझे अपने पति पर गर्व है। वे कहते हैं कि मौका मिलेगा तो देश के लिए सबकुछ न्योछावर कर दू्ंगा। वहां के हालात बताते हैं तो डर भी लगता है। हमारे बच्चे भी कहते हैं कि पापा दुश्मनों को गोली मार देना।

शर्मिष्ठा शर्मा, पत्नी 

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