ससुराल वालों ने निकाला तो मायके वाला भी काम नहीं आया परिवार, सोनिया को है मदद की दरकार

बीते आठ दिनों से जिला अस्पताल के बेड पर पड़ी एक बेटी घर जाना चाहती है। वह अपनों के बीच रहना चाहती है। वह पिता की छांव चाहती है। आड़े वक्त में उस भाई की मदद चाहती है जिसने रक्षासूत्र बांधते वक्त बहन की रक्षा करने का प्रण लिया था।

By Sant ShuklaEdited By: Publish:Sat, 27 Mar 2021 03:26 PM (IST) Updated:Sat, 27 Mar 2021 03:26 PM (IST)
ससुराल वालों ने निकाला तो  मायके वाला भी काम नहीं आया परिवार, सोनिया को है मदद की दरकार
बीते आठ दिनों से जिला अस्पताल के बेड पर पड़ी एक बेटी घर जाना चाहती है।

मुरादाबाद, जेएनएन।  बीते आठ दिनों से जिला अस्पताल के बेड पर पड़ी एक बेटी घर जाना चाहती है। वह अपनों के बीच रहना चाहती है। वह पिता की छांव चाहती है। आड़े वक्त में उस भाई की मदद चाहती है, जिसने रक्षासूत्र बांधते वक्त बहन की रक्षा करने का प्रण लिया था। अफसोस कि कातर नजरों से अपनों की राह ताक रही बेटी का कोई मददगार नहीं है। ऐसे में गंभीर रूप से बीमार महिला की उम्मीदों का एक मात्र केंद्र पुलिस है। फिलहाल उसे पुलिस का साथ भी नहीं मिल रहा। मझोला थाना क्षेत्र में चंद्रनगर की रहने वाली सोनिया के मुताबिक उनका विवाह वर्ष 2010 में हुआ। वैवाहिक जीवन उठापटक का शिकार हो गया। छह वर्ष पहले पति ने साथ छोड़ दिया। तब से वह मायके में जीवन यापन कर रही हैं। पिता व भाई तब तक साथ रहे जब तक सोनिया एक नामी गिरामी कंपनी में अच्छी नौकरी करती रहीं। तीन वर्ष पहले सोनिया अचानक बोन टीवी की चपेट में आ गई। वह बीमार रहने लगीं। तब भाई व पिता ने साजिश के तहत सोनिया के 15 लाख रुपये हड़प लिए। इसके बाद वह सोनिया को प्रताड़ित करने लगे। महिला के मुताबिक पिता व भाई यह नहीं चाहते कि वह घर में रहे। एक सप्ताह पहले उसे बेरहमी से पीटा गया। इस दरम्यान आरोपितों ने सीढ़ी से धक्का दे दिया। घायलावस्था में उन्हें जिला अस्तपाल में भर्ती कराया गया। वह फिर मायके जाना चाहती हैं। पिता व भाई धमकी दे रहे हैं। ऐसे में सोनिया ने शुक्रवार को महिला हेेल्प लाइन व यूपी 112 पर काल कर पुलिस को अपनी वेदना बताई। इस बावत सिविल लाइंस थाना प्रभारी ने बताया कि महिला व उनके स्वजन के बीच आपसी मनमुटाव है। दोनों पक्षों से बातचीत कर जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।

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